पहाड़ी आलू सुधार रहा किसानों की आíथकी
फलों और सब्जियों के उत्पादन के लिए यहां के जलवायु को उपयुक्त है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: फलों और सब्जियों के उत्पादन के लिए यहां के जलवायु को उपयुक्त बताया जाता है। जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में करीब 20 वर्ष पहले प्रारंभ की गई आलू की खेती यहां के लोगों के लिए वरदान बन गई है। इस वर्ष के मौसम को देखते हुए बंफर उत्पादन हुआ है। लॉकडाउन के चले हल्द्वानी आदि मंडी में आलू नहीं जा पा रहा है, लेकिन 25 रुपये प्रति किलो किसान घर पर ही बेच रहे हैं।
कभी बंजर रहने वाली जमीन अब किसानों के लिए वरदान बन गई है। थोड़ी सी मेहनत कर किसान इस जमीन पर सोना उपजाने लगे हैं। इस वर्ष भी पहाड़ी बंजर जमीन पर आलू की अच्छी फसल हुई है। हालांकि दाना छोटा-बड़ा है। आलू की फसल बेच कर जहां इस क्षेत्र के किसान मालामाल हो रहे हैं। गरुड़, गागरीगोल, सिमार, कुमरौड़ा, शामा आदि क्षेत्रों में किसानों ने आलू खोदना शुरू कर दिया है। किसान विशन सिंह, मोहन सिंह भरड़ा, गुमान सिंह, गीता देवी, कमला देवी ने बताया कि आलू की फसल अच्छी हुई है। लेकिन आलू का साइज छोटा है। हल्द्वानी आदि स्थानों में आलू को भेजने की कोशिश कर रहे हैं। घर पर ही उन्हें 25 रुपये प्रति किलो आलू बेच रहे हैं।