नगर में एक अदद पाíकंग की दरकार
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: बागेश्वर शहर का आकार लगातार बढ़ रहा है। पालिका का विस्तार ह
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: बागेश्वर शहर का आकार लगातार बढ़ रहा है। पालिका का विस्तार होने के बाद शहर में 11 वार्ड भी बन गए हैं, लेकिन बच्चों के खेलने के लिए एक अदद पाíकंग स्थल नहीं है, जिससे करीब 13267 पंजीकृत गाड़ियों के खड़े करने की समस्या पैदा हो गई है। पुलिस आए दिन नो-पाíकंग के नाम पर गाड़ियों का चालान कर रही है। जिससे लोगों में भारी रोष है।
नगर की जनसंख्या 25049 हो गई है। लेकिन यहां पाíकंग अभी तक नहीं बनी। एआरटीओ कार्यालय के अनुसार 13267 गाड़ियां पंजीकृत हैं। जो लगातार बढ़ रही हैं। इन गाड़ियों को पार्क करने की कोई सुविधा नहीं है। नगर की सड़कों का हाल भी बुरा है। संकरी सड़क किनारे दुपहिया और अन्य गाड़ी खड़ी करना नो-पाíकंग जोन में आता है। जिससे आए दिन पुलिस चालान काट कर लोगों को अलग से परेशान कर रही है। मानवाधिकार संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष एनबी भट्ट ने कहा कि पालिका को सबसे पहले पाíकंग की व्यवस्था करनी होगी।
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गाड़ियों का हिसाब
ट्रक एवं लारी 308, चार पहिया भार वाहन 224, डिलीवरी वैन 168, यूटिलीटी 20, रिकवरी वैन एक, पेट्रोल टैंकर तीन, वाटर मिल्क ट्रैक्टर तीन, स्टेज कैरीज 10, कैरीज छह, स्कूल बस 20, सरकारी वाहन 10, एंबुलेंस चार, टैक्सी 656, मैक्सी 1050, दुपहिया 8510, कार 2090, जीप 590 ओमनी बस 40, ट्रैक्टर 15, ट्राली तीन, जेसीबी 31, अन्य वाहन 27 हैं। वर्जन:::
पाíकंग के लिए धन आया है। स्थान पर विवाद है। दूसरे जगह खोजी जा रही है। बच्चा पार्क और पाíकंग का प्रस्ताव फाइनल था। लेकिन उसे रोका गया है। नई पालिका बोर्ड पाíकंग पर काम करेगी।
-राजदेव जायसी, ईओ, बागेश्वर।