लोगों को नहीं मिल रहा है सार्वजनिक शौचालय का लाभ
संवादसूत्र, गरुड़ : भले ही सरकार खुले में शौच न करने के लाख दावे करे और सार्वजनिक शौचाल
संवादसूत्र, गरुड़ : भले ही सरकार खुले में शौच न करने के लाख दावे करे और सार्वजनिक शौचालय बनाने के लिए अपनी उपलब्धि के ढिढोरे पीटे, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। गरुड़ बाजार से राम मंदिर को जाने वाले रास्ते में बनाया गया सार्वजनिक शौचालय सरकार के दावे की पोल स्वयं खोल रहा है।
राम मंदिर को जाने वाले रास्ते में जिला पंचायत ने तीन लाख की लागत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया है। शौचालय बनकर भी तैयार हो गया और रंग-रोगन भी हो गया। शौचालय को बने लगभग तीन माह का समय हो गया है। लेकिन शौचालय के कमरों का ताला आज तक नहीं खुल पाया है। शौचालय बंद पड़ा है। जिससे आम लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिस उद्देश्य से शौचालय बनाया गया था, कमरों में लगी ताली उसकी हकीकत स्वयं बयां कर रही है। गरुड़ के मुख्य बाजार में यात्रियों और बाजार आए ग्राहकों के लिए शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है। केमो स्टेशन पर उतरने वाले यात्री शौचालय के बारे में पूछते हैं। उन्हें राम मंदिर को जाने वाके रास्ते पर बने शौचालय की जानकारी दी जाती है। लेकिन यहां आकर उन्हें निराश होना पड़ता है। खासतौर पर महिला यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों, ग्राहकों और आम जनता ने प्रशासन से सार्वजनिक शौचालय को खोलने की मांग की है।
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सार्वजनिक शौचालय निर्माण के बाद भी क्यों बंद है। इसका पता लगाया जा रहा है। संबंधित विभाग से जानकारी ली जाएगी। यदि शीघ्र शौचालय नहीं खोला गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- सुंदर ¨सह, एसडीएम, गरुड़