बगैर पीपीई किट के काम कर रहे टेक्नीशियन
बगैर पीपीई किट के काम करने के बाद वेतन में कटौती करने पर लैब टेक्नीशियन भड़क गए।
जासं, बागेश्वर: बगैर पीपीई किट के काम करने के बाद वेतन में कटौती करने पर लैब टेक्नीशियनों में खासा गुस्सा है। शनिवार को तीसरे दिन भी उन्होंने बाहों पर काला फीता बांधकर सरकार की नीतियों का विरोध किया। मांग पूरी नहीं होने पर भूख हड़ताल पर जाने की भी चेतावनी दी। लैब टेक्नीशियन के सदस्यों का कहना है कि कोविड-19 के दौरान उन्होंने एक भी छुट्टी नहीं ली। पूरी ईमानदारी से काम करने के बाद सरकार ने उनका वेतन काट दिया है। ऐसे में उनका मनोबल गिराने का काम सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के अलावा डेंगू मलेरिया, टीबी आदि बीमारियों में भी वे लैब सेवाएं करते हैं। उन्हें आज तक पीपीई किट तक उपलब्ध नहीं कराया है। लैब टेक संवर्ग को भी जोखिम भत्ता अनुमन्य किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सवा करोड़ की आबादी का भार केवल 150 एलटी पर है। सरकार से लैब टेक्नीशियनों के एक हजार पद स्वीकृत कराने की भी मांग की। इस मौके पर देवेंद्र सिंह दोसाद, पुष्पा बिष्ट, आशुतोष धपोला सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।