शिक्षक संघ ने किया निजीकरण का विरोध
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: राजकीय शिक्षक संघ की बैठक डायट सभागार में हुई। इस मौके पर
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: राजकीय शिक्षक संघ की बैठक डायट सभागार में हुई। इस मौके पर शिक्षा में निजीकरण का विरोध किया गया। विभिन्न शिक्षा समस्याओं पर आधारित 13 सूत्रीय मांग पत्र राज्य उच्च शिक्षा मंत्री को सौंपा गया।
शुक्रवार सुबह 11 बजे हुई बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में मौजूद शाखा अध्यक्ष आद्या प्रसाद ¨सह ने कहा कि शिक्षा के निजीकरण पर रोक लगाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि निजीकरण से शिक्षा को व्यापार बनाया जा रहा है। जिससे आम आदमी में हताशा की स्थिति पैदा हो रही है। उन्होंने विद्यालयों में केंद्रीकृत मासिक परीक्षा का विरोध भी किया। मांग करते हुए कहा कि मासिक परीक्षा पूर्व की तरह शिक्षकों के अधिकार क्षेत्र में रखी जाए। मंडलीय उपाध्यक्ष डॉ. शैलेंद्र ¨सह धपोला ने कहा कि विद्यालय में शिक्षकों के ढेरों पद खाली पड़े हैं। नया सत्र शुरू होने से पहले शिक्षकों के पद भरे जाएं। उन्होंने महिला शिक्षिकाओं के साथ उच्चाधिकारियों द्वारा किए जा खराब व्यहार पर ¨चता व्यक्त करते हुए महिला उत्पीड़न रोधक सेल बनाए जाने की बात कही। बैठक के बाद जिले में पहुंचे राज्य उच्च शिक्षा मंत्री धन ¨सह रावत को 13 सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इस मौके पर ब्लाक अध्यक्ष भैरव दत्त पांडे, डॉ. प्रेम ¨सह मावड़ी, डॉ. राजीव जोशी, डॉ. केएस रावत, डॉ. दया सागर, नर¨सह मौर्य, केएन जोशी, कैलाश प्रकाश चंदोला आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।