टैक्सी चालकों और स्वामियों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता बागेश्वर सरकार ने दस साल पुराने वाहनों को बंद करने का फैसला लिया है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: सरकार ने दस साल पुराने वाहनों को बंद करने का फैसला लिया है। जिस पर टैक्सी यूनियन भड़क गए हैं और मंगलवार को चालकों और स्वामियों ने विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने फरमान को वापस लेने की मांग की और ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
गरुड़ टैक्सी स्टैंड, कपकोट, भराड़ी, कांडा, पिडारी, ताकुला आदि स्टैंडों पर चालक और स्वामियों ने काला फीता बांधकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने दस साल पुराने वाहनों को बंद करने का निर्णय लिया है। जिससे गरीब चालकों की रोजी-रोटी पर असर पड़ेगा। अधिकतर बेरोजगार युवाओं ने बैंकों से ऋण लेकर टैक्सियां खरीदी हैं और दस साल तक वे ऋण और उसका ब्याज जमा करते हैं। उसके बाद वे अपने और अपने परिवार के लिए कुछ कमाई करते हैं। दस साल में वाहनों को बंद करने पर उनके साथ छल होगा। सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत भी बेरोजगारों ने पर्यटन व्यवसाय के लिए वाहनों की खरीद की है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने अपना फरमान वापस नहीं लिया तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर सुनील पांडे, पृथ्वी हरड़िया, पूरन सिंह, मनोज सिंह, दयाल सिंह, लोकपाल टाकुली, बलवंत सिंह बड़ती, भगवत सिंह, नंदन सिंह, मोहन सिंह, तारा सिंह, संजय सिंह, दरवान सिंह गढि़या, रामू आदि मौजूद थे।