राज्य आंदोलनकारी नहीं दे सके साक्ष्य
जागरण संवाददाता बागेश्वर जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने कहा कि चिह्नीकरण की मांग कर र
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने कहा कि चिह्नीकरण की मांग कर रहे 19 राज्य आंदोलनकारियों के नाम पर अब विचार नहीं होगा। सितंबर में आंदोलनकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई थी और अपना पक्ष, दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा गया था। जिसके साक्ष्य पर उनका चिह्नीकरण होना था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका है।
कलक्ट्रेट सभागार में राज्य आंदोलनकारियों के चिह्नीकरण सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। डीमए ने बताया कि आंदोलनकारियों ने जो दस्तावेज, अभिलेख उपलब्ध कराए थे, उनकी एडीएम, एसपी, सभी एसडीएम व सीओ ने गहनता से जांच की। इस संबंध में एडीएम की अध्यक्षता में गठित एक टीम को अल्मोड़ा भी भेजा गया। जहां टीम ने डीएम व एसपी कार्यालय में उपलब्ध अभिलेखों के संबंध में जांच की। जांच के दौरान टीम को ऐसा किसी प्रकार का साक्ष्य या अभिलेख नहीं मिला। जिससे यह सिद्ध होता कि इन लोगों की आंदोलन में सक्रिय भूमिका रही। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों की भावना को देखते हुए उपलब्ध अभिलेखों का गहनता से परीक्षण व जांच की गई, जिसमें कोई भी अभिलेख एवं साक्ष्य शासनादेश के अनुसार उपलब्ध नहीं हुए हैं। जिस कारण आंदोलनकारियों के चिह्नीकरण के संबंध में विचार किया जाना संभव नहीं है। बैठक में एसपी प्रीति प्रियदर्शनी, एडीएम राहुल गोयल, एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी, योगेंद्र सिंह, प्रमोद कुमार, जयवर्द्धन शर्मा, रेवाधन कंसेरी, रमेश चंद्र पांडेय, गंगा सिंह पांगती, हीरा बल्लभ आदि मौजूद थे।