एससी-एसटी फेडरेशन ने कलक्ट्रेट में किया धरना प्रदर्शन
सात सूत्रीय मांगों को लेकर एससी-एसटी काíमकों ने रविवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया।
बागेश्वर, जेएनएन: सात सूत्रीय मांगों को लेकर एससी-एसटी काíमकों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने इंदु कुमार और जस्टिस इरशाद हुसैन कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक कर उसका परीक्षण करने की मांग की। साथ ही एससी-एसटी का प्रतिनिधित्व पूर्ण नहीं होने की स्थिति में तत्काल कानून बनाकर प्रमोशन में आरक्षण बहाल करने की मांग उठाई।
रविवार को एससी-एसटी इंप्लाइज फैडरेशन के बैनर तले जिले के कर्मचारी कलक्ट्रेट में एकत्रित हुए। यहां उन्होंने अपनी लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने सभा की। सभा में संरक्षक संजय कुमार टम्टा ने कहा सीधी भर्ती में रोस्टर में समीक्षा किए जाने के लिए गठित मदन कौशिक समिति की रिपोर्ट जब तक नहीं आ जाती। तब तक पुराने रोस्टर प्रणाली के अनुसार ही सीधी भर्ती हो। कहा राज्य गठन के समय प्रदेश में काíमकों की संख्या निर्धारित प्रतिशत से अधिक हो गई थी। इस कारण उन्हें लाभ नहीं मिल पाया। उन्होंने नौ नवंबर 2000 को एसटी रोस्टर शून्य मानकर उसी तिथि से ही पदोन्नति तथा सीधी भर्ती में रोस्टर शुरू करने की मांग की। इसके अलावा राजकीय सेवा में आरक्षण 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत कराने की मांग की। इस दौरान उन्होंने एडीएम राहुल गोयल के माध्यम से राष्ट्रपति और राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। इस मौके पर फैडरेशन के अध्यक्ष डा. संजय कुमार टम्टा, हरिप्रसाद, शबनम, संतोष कुमार, नारायण राम, मनोज कुमार, गिरीश चंद्र धौनी, अनिल कुमार, संतोष आर्या, बहादुर राम, दीपक कोहली, अजय कुमार, बिशन आर्या, सुनील टम्टा, सतीश प्रसाद, संजय कुमार आदि मौजूद थे।