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पीआरडी स्वयंसेवकों को बताए सड़क सुरक्षा नियम

बागेश्वर में 100 पीआरडी जवानों को कुंभ मेला ड्यूटी के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। -यातायात नियंत्रण करने में

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 11:43 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 11:43 PM (IST)
पीआरडी स्वयंसेवकों को बताए सड़क सुरक्षा नियम
पीआरडी स्वयंसेवकों को बताए सड़क सुरक्षा नियम

-100 जवानों को कुंभ मेला ड्यूटी के लिए दिया जा रहा है प्रशिक्षण

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-यातायात नियंत्रण करने में होगी स्वयंसेवकों की अहम भूमिका जागरण संवाददाता, बागेश्वर: युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल 100 पीआरडी जवानो को प्रशिक्षण दे रहा है। उन्हें कुंभ ड्यूटी के लिए तैयार किया जा रहा है। गुरुवार को स्वयंसेवकों को सड़क सुरक्षा नियम की जानकारी प्रदान की गई। यह प्रशिक्षण यातायात और भीड़ नियंत्रण के लिए अहम रोल अदा करेगा।

विक्टर मोटर जोशी राइंका परिसर में आयोजित 15 दिवसीय अर्धसैनिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्वयंसेवकों को सुबह व्यायाम, ड्रिल, परेड कराई गई और ट्रेनरों ने उन्हें तमाम टिप्स भी दिए। इसके बाद सड़क सुरक्षा, सड़क के चिन्ह, यातायात के नियम, भीड़ नियंत्रण आदि के बारे में प्रशिक्षित किया गया। मुख्य प्रशिक्षक गोविद परिहार ने कहा कि स्वयंसेवकों को अनुशासन में रहकर ड्यूटी करनी है। जिसके लिए उन्हें पूरी तरह तैयार रहना है। एआरटीओ कृष्ण चंद्र पलडिया ने यातायात नियंत्रण करने का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि ड्यूटी के दौरान यह प्रशिक्षण उनके काम आएगा। उन्होंने जाम के झाम से निपटने और अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने के गुर भी सीखाए। इस दौरान पुलिस उपनिरीक्षक प्रहलाद सिंह ने पुलिस विभाग के बारे में विस्तार से जानकारी दी और सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाई। इस दौरान जिला युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल अधिकारी अर्जुन सिंह रावत, हेमा परिहार, रवींद्र कोहली, रवींद्र , कुंदन राम, राजेंद्र पांडे आदि मौजूद थे। दूसरी ओर सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत थानों में वरिष्ठ नागरिकों और आमजन के साथ गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया गया और सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने को शपथ दिलाई गई।

पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव के आदेश और सीओ विपिन चंद्र के निर्देश में सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। जिसके तहत कोतवाली में आयोजित गोष्ठी में वरिष्ठ नागरिकों ने तमाम सुझाव पुलिस को दिए। उन्होंने कहा कि ओवर स्पीड पर लगाम लगानी जरूरी है। सड़कों का सुधारीकरण भी कराया जाना चाहिए और चयनित दुर्घटना स्थलों पर सावधानी से संबंधित बोर्ड आदि लगाए जाएं। नाबालिगों को दुपहिया वाहन देने वाले अभिभावकों पर भी कार्रवाई की जाए। कोतवाल डीआर वर्मा ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के लिए वाहन चालक को हमेशा यातायात नियमों का पालन करना होगा। वाहनों का रखरखाव पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन चालकों को रात के समय, बरसात के मौसम में अधिक सावधानी बरतनी होगी। निर्धारित गति सीमा, सड़क मार्गों का घुमावदार, संकरी होने के कारण वाहन चालक ओवर स्पीड, ओवर लोड में वाहन ना चलाएं।सड़क मार्गों पर अंकित संकेत (रोड साइन बोर्ड) का पालन करें। उन्होंने लोगों को संशोधित वाहन मोटर अधिनियम और उल्लंघन पर शुल्क, ई-चालान सिस्टम की जानकारी भी प्रदान की। इसके अलावा कपकोट, कांडा, गरुड़, काफलीगैर, कौसानी आदि थानों में भी गोष्ठी आयोजित की गई।


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