तीन माह से बंद सोमेश्वर-बागेश्वर सड़क को लेकर कलक्ट्रेट पर गरजे ग्रामीण
बागेश्वर में पिछले तीन माह से सोमेश्वर-गिरेछीना मोटर मार्ग बंद चल रहा है। जिसके कारण गुस्साए ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर समाधान की मांग उठाई।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: सोमेश्वर-गिरेछीना मोटर मार्ग तीन माह से बंद चल रहा है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की यातायात व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है। सोमवार को क्षेत्र के तमाम गांवों के ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और राजकीय इंटर कालेज बागेश्वर से ढुंगाधार, जौलकांडे तक वैकल्पिक मार्ग बनाने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
जौलकांडे, लेटी, छानापानी, शीशाखानी, डोबा, बमडाना, सात, रतबे आदि गांवों के ग्रामीण बड़ी संख्या में सोमवार को कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि गिरेछीना-बागेश्वर मोटर मार्ग पिछले तीन माह से बंद है। द्वारिकाछीना के समीप पहाड़ दरकने से यातायात पूरी तरह से पटरी से उतर गया है। गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से पूरी तरह टूट गया है। बच्चों को स्कूल आने-जाने में परेशानी हो रही है। बुजुर्ग, महिलाएं, पुरुष और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल आने-जाने में दिक्कतें हो रही हैं। राशन और घरेलू गैस आदि भी गांव तक नहीं पहुंच पा रही है। लोग दरक रहे पहाड़ के नीचे से जान को जोखिम में डालकर आर-पार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सड़क खोलने का काम कछुवा गति से चल रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर हरीश सिंह मनराल, नरेश उप्रेती, रमेश चंद्र, दरवान सिंह, खीम सिंह भंडारी, पूरन बिष्ट, गोविद सिंह, लक्ष्मी दत्त, राम सिंह बिष्ट, किशोर चंद्र, बबलू वर्मा, अशोक लोहुमी समेत तमाम ग्रामीण मौजूद थे।