आपदा में क्षतिग्रस्त रास्तों की मरम्मत को लोग मुखर
जीतनगर-मंडलसेरा में आपदा के समय क्षतिग्रस्त रास्तों की अभी तक मरम्मत नहीं हो सकी है।
जासं, बागेश्वर: जीतनगर-मंडलसेरा में आपदा के समय क्षतिग्रस्त रास्तों की अभी तक मरम्मत नहीं हो सकी है। स्थानीय लोगों ने वर्षात से पहले रास्तों को दुरुस्त करने की मांग उठा दी है। उन्होंने कहा कि पालिका ने यदि उनकी मांग पूरी नहीं की तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।
जीतनगर से सूर्यकुंड के पास धन सिंह डसीला के मकान रास्ता पिछले साल आपदा के समय क्षतिग्रस्त हो गया। जिसकी अभी तक सुध पालिका ने नहीं ली। रास्ता दुरस्त नहीं होने से लोगों का चोटिल होने का भय बना हुआ है। नालियां और जल निकासी नहीं होने से बारिश में जलभराव की आशंका बनी हुई है। इसके अलावा रास्तों मे कूड़े के ढेर भी हैं। जिससे क्षेत्र के लोगों में पालिका के खिलाफ नाराजगी है। उन्होंने कहा कि पालिका ने जीतनगर की तरफ पीठ फेर दी है। कोरोना काल में सैनिटाइजेशन तक नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि रास्ते और कूड़े का समय से प्रबंधन नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर मंगल सिंह कनवाल, जगदीश बिष्ट, भुवन पांडे, मनीष धपोला, बलवंत सिंह, भूपाल सिंह देवली आदि मौजूद थे। इधर, ईओ राजदेव जायसी ने कहा कि सभी वार्डों को सैनिटाइज किया जा रहा है। आपदा के समय क्षतिग्रस्त रास्तों की भी मरम्मत की जाएगी।