प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर अभिभावक आक्रोशित
जागरण संवाददाता बागेश्वर प्राइवेट स्कूल फिर एकबार पूरी तरह मनमानी पर उतर आए हैं। पुर
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: प्राइवेट स्कूल फिर एकबार पूरी तरह मनमानी पर उतर आए हैं। पुराने छात्रों से प्रवेश शुल्क नहीं लेने का आदेश शासन से है, लेकिन वे प्रवेश शुल्क के नाम पर मेंटीनेंस शुल्क ले रहे हैं। जिससे अभिभावकों में भारी रोष है। उन्होंने इसके विरोध में आंदोलन की चेतावनी दी है।
जिले में करीब 60 से अधिक प्राइवेट स्कूल हैं। जिसमें कुछ बड़े और कुछ छोटे स्कूल हैं। इन स्कूलों की फीस में भी काफी अंतर हैं। 200 रुपये से लेकर पांच हजार तक प्रतिमाह फीस है। एडमिशन फीस भी अलग से ली जाती है। जबकि निजी स्कूलों के लिए शासन के आदेश हैं कि पुराने छात्रों से प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाएगा। लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा है। स्कूल पूरी तरह मनमानी पर उतर आए हैं। कुछ स्कूलों ने मेंटीनेंस आदि के नाम पर अभिभावकों से धन वसूली शुरू कर दी है। जिससे अभिभावकों में भारी रोष है।
अभिभावक पूरन चंद्र, गणेश कुमार, रमेश सिंह, जानकी देवी, सरस्वती देवी आदि ने कहा कि अभिभावक बच्चों के पढ़ाई के प्रति चितित रहते हैं। गांव और घर छोड़कर जिला मुख्यालय में रह रहे हैं। प्राइवेट स्कूल धन कमाने के लिए नई-नई स्कीम निकाल रहे हैं। जिन पर पेंच कसने की जरूरत है।
------------ निजी प्रकाशकों की किताबें लगाई
कई स्कूलों में तो एनसीईआरटी के साथ ही निजी प्रकाशकों की पुस्तकें लगाई जा रही हैं। स्कूल प्रबंधन ने बच्चों की किताबें खरीदने के लिए खास दुकानों को चयनित किया गया है जहां से निजी प्रकाशकों की पुस्तकें भी खरीदवाई जा रही हैं। विभागीय अधिकारी भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। प्रशासन की तरफ से भी अब तक इस मामले में कोई संज्ञान भी नहीं लिया गया है। अभिभावकों ने प्रशासन व शिक्षा विभाग से दुकानों और स्कूलों में छापामारी कर व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है।
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:::::::::-वर्जन-
यदि निजी स्कूल अभिभावकों से अन्य चार्ज वसूले जा रहे है तो वह उनसे शिकायत कर सकते हैं। यह मामला गंभीर है। शीघ्र ही स्कूलों व किताबों की दुकानों की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-डा. नरेश शर्मा, जिला शिक्षाधिकारी, बागेश्वर।