चरमराती स्वास्थ्य सुविधाओं के खिलाफ खोला मोर्चा
संवाद सूत्र कपकोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की चरमराती व्यवस्था के खिलाफ युवा विकास संगठन ने
संवाद सूत्र, कपकोट: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की चरमराती व्यवस्था के खिलाफ युवा विकास संगठन ने मोर्चा खोल लिया है। युवाओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द समस्या का समाधान नही होता तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
युवा विकास संगठन ने अस्पताल की बदहाली के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी है। युवाओं ने कहा कि सीएचसी में ना तो चिकित्सक है ना ही चिकित्सकीय स्टाफ। जिस कारण यहां के दूरस्थ क्षेत्र से अस्पताल में आने वाले मरीजों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। छोटी-मोटी बीमारी का भी इलाज अस्पताल में नही हो रहा हैं। अस्पताल में ब्लड टेस्ट, एक्सरे भी नही हो रहे है। यह अस्पताल जब पीपीपी मोड पर था तो तब कुछ व्यवस्थाएं तो थी। कुछ चिकित्सक तो मिल जाते थे। लेकिन जबसे सरकार ने इसे अपने हाथ में लिया तब से व्यवस्थाएं और बदतर हो गई हैं। जनप्रतिनिधियों के नाकरेपन का खामियाजा भोली भाली जनता को भुगतना पड़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि सरकार विकास के दावे कर रही है। लेकिन प्रदेश के दूर दराज गांवों के हालात बद से बदतर होते जा रहे है। हाल यह है कि इलाज के लिए उनके पास कोई व्यवस्था ही नही है। अभी आचार संहिता के कारण वह आंदोलन नही कर रहे है। चुनाव संपन्न होते ही वह इन अव्यवस्थाओं के खिलाफ आंदोलन शुरु कर देंगे। बैठक के बाद संगठन ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज जल्द समस्याओं के समाधान की मांग की। इस अवसर पर भूपेंद्र सिंह कोरंगा, भानू गढि़या, हडशन एठानी, कमलेश गढि़या, दिनेश राम, गोविन्द कपकोटी, नवीन कपकोटी सहित कई युवा मौजूद थे।
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