1500 से अधिक टैक्सियों के चक्के जाम
जागरण संवाददाता बागेश्वर कुमाऊं टैक्सी यूनियन के आह्वान पर बुधवार को जिले के टैक्सी यूनि
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : कुमाऊं टैक्सी यूनियन के आह्वान पर बुधवार को जिले के टैक्सी यूनियन भी हड़ताल पर रहे और चालकों ने प्रदर्शन किया। यातायात के नए नियमों को उत्पीड़न करने वाला करार दिया। करीब 1500 से अधिक टैक्सियों के चक्के थम गए और साढ़े तीन लाख रुपये तक का टैक्सी चालकों को घाटा हुआ।
ओम शिव शक्ति टैक्सी यूनियन ताकुला रोड के अध्यक्ष पुष्कर जोशी के नेतृत्व में टैक्सी संचालकों ने महंत बगीचे के समीप प्रदर्शन किया। कहा कि उनका यह आंदोलन शांत है और यातायात के नए नियमों का विरोध है। कुमाऊं मंडल टैक्सी यूनियन महासंघ के अध्यक्ष ठाकुर सिंह, संरक्षक महेश बोरा, कोषाध्यक्ष दीवान सिंह राणा के आह्वान पर वे हड़ताल पर हैं। इस मौके पर कुमाऊं मंडल सचिव प्रकाश उपाध्याय, जीवन तिवारी, कैलाश चंद्र, उमेश चंद्र पांडे, बलवंत रौतेला, राजू नेगी, सुंदर कुमार, नरेंद्र थापा, भानु प्रताप आदि मौजूद थे। उधर, रामघाट टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष अरविद खेतवाल ने कहा कि बुधवार को एक भी टैक्सी का संचालन नहीं किया गया है। उनके स्टैंड से करीब 300 से अधिक टैक्सियों संचालित होती हैं। दानपुर और दुग नाकुरी क्षेत्र को जोड़तीं हैं। करीब एक हजार से अधिक लोगों को सेवा दे रही हैं। बागनाथ टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष मुन्ना कठायत ने बताया कि गरुड़ और गढ़वाल को जोड़ने के लिए 400 से अधिक टैक्सियों के चक्के बुधवार को थमे रहे। चंडिका टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष मनोहर सिंह ने बताया कि कांडा-कमस्यार घाटी और पिथौरागढ़ जिले को जोड़ने के लिए करीब 170 टैक्सियों का संचालन रोज होता है और बुधवार को सभी हड़ताल पर रहे।
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टैक्सी संचालकों का भराड़ी में प्रदर्शन
कपकोट: टैक्सी यूनियन भराड़ी के वाहन स्वामी भी बुधवार को हड़ताल पर रहे। उन्होंने प्रदर्शन किया और कहा कि मोटर यान अधिनियम 1998 में 2019 में संशोधन किया गया है। जिससे जुर्माना राशि बढ़ गई हैं। इस मौके पर दयाल सिंह, सोनू कुमल्टा, नारायण मटियानी, गणेश कोरंगा, त्रिलोक सिंह, सुंदर सिंह, जमन सिंह, भगत सिंह आदि मौजूद थे।
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तपती धूप में भटकते रहे यात्री
जासं, बागेश्वर : टैक्सी यूनियन की हड़ताल से बुधवार को सुबह से यात्री परेशान रहे। तपती धूप में टैक्सी स्टैंड के आसपास भटकते नजर आए और किसी तरह बसों में बैठकर घंटों देरी के बाद अपने गंतव्यों को रवाना हुए।
बुधवार को जिले की यातायात सेवा पूरी तरह पटरी से उतरी नजर आई। टैक्सी यूनियनों की हड़ताल के चलते गरुड़, कपकोट, दुग नाकुरी, शामा, कांडा, काफलीगैर आदि तहसीलों को टैक्सियां संचालित नहीं हो सकीं। इसके अलावा अल्मोड़ा, हल्द्वानी, रानीखेत, ग्वालदम, पिथौरागढ़ आदि स्थानों को जाने वाले यात्री भी परेशान रहे। ताकुला टैक्सी स्टैंड पर टैक्सी का इंतजार कर रहे महेश जोशी, सुंदर सिंह, केदार सिंह, मालती देवी, गीता देवी, कमला देवी ने बताया कि उन्हें हल्द्वानी जाना था। सुबह पांच बजे से टैक्सी का इंतजार कर रहे हैं लेकिन नहीं मिल सकी है। वहीं, जिला मुख्यालय से स्कूलों को टैक्सी के जरिए जाने वाले शिक्षक आदि भी सुबह परेशान रहे।
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रोडवेज डिपो का दंश
रोडवेज डिपो नहीं होने से टैक्सी हड़ताल का दंश यात्रियों को झेलना पड़ रहा है। यहां रोडवेज की गिनी-चुनी बसें संचालित होती हैं। दिल्ली, देहरादून आदि स्थानों से करीब आधा दर्जन बसें यहां आती हैं, लंबी रूट की बसें होने से यह लोकल सवारियों को बैठाने में आनाकानी करते हैं। जिला मुख्यालय के अलावा अन्य गांवों के लिए अभी तक एक अदद रोडवेज बस सेवा नहीं है।