मानसूनी बारिश, ऊर्जा निगम पर भारी
जागरण संवाददाता बागेश्वर मानसूनी बारिश ने जहां जिले की कई सड़कों पर यातायात प्रभावित है
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: मानसूनी बारिश ने जहां जिले की कई सड़कों पर यातायात प्रभावित है, वहीं बिजली विभाग को भी लाखों की चपत लगाई है। अब तक विभाग की कई लाइनें पेड़ गिरने से टूट चुकी हैं। जिससे विभाग को अब तक करीब 20 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। इस सप्ताह दो दिन तक हुई लगातार बारिश में ही विभाग के आठ लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। अलबत्ता नुकसान की भरपाई के लिए ऊर्जा निगम ने जद्दोजहद शुरू कर दी है।
मानसून अभी तक काफी सुस्त रहा है, लेकिन कई स्थानों पर अतिवृष्टि होने से नुकसान भी हुआ है। बिजली विभाग ने मानसून सत्र में अब तक हुए नुकसान का आंकलन भी कर लिया है। पेड़ गिरने से बिजली के तार और पोलों को भारी नुकसान हुआ है। करीब 20 लाख रुपये का नुकसान अभी तक विभाग को होना बताया गया है जबकि मेन पावर पर हुआ व्यय अलग है। इस सप्ताह में हुई बारिश से सबसे अधिक नुकसान हुआ है और विभाग के अनुसार करीब आठ लाख रुपये से अधिक क्षति हुई है।
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गांव वाले झेल रहे बिजली की मार
काफलीगैर, शामा, गरुड़, कपकोट, कांडा व दुग नाकुरी तहसीलों के करीब पांच सौ से अधिक गावों के लोगों को बिजली का दंश झेलना पड़ा है। 12 से लेकर 20 घंटे तक यहां बिजली गुल रही है। आकाशीय बिजली गिरने और पेड़ लाइन पर गिरने से सबसे अधिक फॉल्ट आए हैं।
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45 कर्मी कर रहे काम
ऊर्जा निगम ने मानसून के दौरान लाइन आदि में खराबी को दुरुस्त करने के लिए करीब 45 कर्मचारी लगाए हैं और वे दिनरात काम कर रहे हैं। बारिश का सिलसिला रुकते ही कर्मचारी लो-वोल्टेज और अन्य फॉल्ट दुरुस्त करने में जुट जाते हैं।
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विभाग के पास जूनियर इंजीनियरों की कमी है। बावजूद मानसून सत्र में कर्मचारियों ने बेहतर काम किया है। पेड़ गिरने से सबसे अधिक नुकसान हो रहा है। अभी तक 20 लाख रुपये की क्षति विभाग को हुई है।
-भास्कर पांडे, ईई, ऊर्जा निगम