किसानों की मेहनत पर पानी फेर रहे बंदर
संवाद सूत्र, गरुड़ : तहसील क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में बंदरों ने काश्तकारों के लिए मुश्किले
संवाद सूत्र, गरुड़ : तहसील क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में बंदरों ने काश्तकारों के लिए मुश्किलें पैदा कर दी हैं। बंदरों के उत्पात आए दिन बढ़ता ही जा रहा है। एक ओर जहां खेती चौपट हो रही है वहीं छोटे बच्चों की सुरक्षा का भी संकट पैदा हो गया है। बंदरों के आतंक इस कदर है कि काश्तकारों का खेती से मोहभंग होता जा रहा है। खेतों को नुकसान करने के साथ-साथ बंदर महिलाओं एवं बच्चों पर भी हमले कर रहे हैं। तहसील के सिल्ली, मटेना, पाये, दर्शानी, लोहारी, अमोली, जिजोली, नौघर, तैलीहाट, भेटा, जिनखोला, गागरीगोल सहित दर्जनों गांवों में बंदरों के आतंक व्याप्त है। बंदरों ने साग-सब्जी और खेती सब चौपट कर दी है। बंदरों का झुंड घरों के अंदर घुसकर सामान ले जा रहा है। बंदरों ने बाजार में दुकानदारों की नाक में भी दम कर रखा है। बंदरों के आतंक के चलते आए दिन प्रत्येक दुकानदार को दो-तीन सौ रुपए का नुकसान उठाना पड़ता है। बंदरों के आतंक से निजात न दिलाए जाने पर क्षेत्र के लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। ................ बंदरों से निजात दिलाने वाले को ही देंगे वोट बंदरों के आतंक से आजिज आ चुके ग्रामीणों ने एलान किया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में उसी राजनीतिक पार्टी को वोट देंगे जिसका प्रत्याशी उन्हें लिखित रुप मे बंदरों के आतंक से छुटकारे की गारंटी देगा।