कठपुड़ियाछीना को बनाएं विकास खंड
जागरण संवाददाता बागेश्वर जनसंघर्ष समिति कठपुड़ियाछीना ने अलग विकास खंड की स्थापना की मां
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: जनसंघर्ष समिति कठपुड़ियाछीना ने अलग विकास खंड की स्थापना की मांग तेज कर दी है। समिति ने चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए बैठकों का दौर शुरू करने का भी निर्णय लिया है। इसके अलावा सड़क, बिजली, पानी और अन्य समस्याओं पर भी चर्चा की गई। जनसंघर्ष समिति के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में स्थानीय पंचायतघर में आयोजित बैठक में पृथक विकासखंड की मांग को लेकर चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्र की उपेक्षा हो रही है। गांवों का विकास नहीं हो पा रहा है। विकास खंड के लिए करीब 30 हजार से अधिक लोगों को जिला मुख्यालय जाना पड़ रहा है। तहसील काफलीगैर में उत्तराधिकार परिर्वतन संबंधित लंबित मामले, नाम त्रुटि सुधार आदि का निस्तारण नहीं किया जा रहा है। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कठपुड़ियाछीना में नए सत्र में प्रवेश अभी तक नहीं हो सके हैं। तल्लीसेरा, सिमतोली मोटर मार्ग बनने से पैदल रास्ता और सिचाई नहर ध्वस्त हो गई, लेकिन उसकी मरम्मत तक नहीं हो सकी है।
ग्राम पंचायत नायलमाफी, लोब, भटगाड़, पंतगांव, बाजगांव, बेहरगांव, मन्याछीना में पानी की भारी किल्लत है। यहां नलकूप का निर्माण नहीं हो सका है। ग्राम पंचायत असों भी पानी के लिए तरस रहा है। धूराफाट, बौड़ी के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। लो-वोल्टेज और अघोषित बिजली कटौती से लोग हलकान हैं। उन्होंने निर्णय लिया कि समस्याओं के निराकरण के लिए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा और इसके लिए 21 जून से बैठकों का दौर शुरू किया जाएगा। बैठक में महेश चंद्र मिश्रा, नंद किशोर मिश्रा, पूरन सिंह रावत, देवीदत्त मिश्रा, शंभू मिश्रा, बसंत लाल टम्टा, गोविद सिंह मनकोटी, नवल किशोर, नरेंद्र लाल आदि मौजूद थे।