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29 घंटे से बिजली गुल, अंधेरे में डूबे रहे 157 गांव

संवाद सूत्र गरुड़ कौसानी से डंगोली को आ रही 33 केवी की बिजली लाइन पर चीड़ का पेड़ गिरन

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 10:55 PM (IST)Updated: Sun, 20 Oct 2019 10:55 PM (IST)
29 घंटे से बिजली गुल, अंधेरे में डूबे रहे 157 गांव
29 घंटे से बिजली गुल, अंधेरे में डूबे रहे 157 गांव

संवाद सूत्र, गरुड़: कौसानी से डंगोली को आ रही 33 केवी की बिजली लाइन पर चीड़ का पेड़ गिरने से तार घने पेड़ों के बीच फंस गए। जिससे ब्लाक के 157 गांवों की बिजली गुल हो गई। शनिवार को रात भर गांव अंधेरे में डूबे रहे और गांवों में जंगली जानवरों का खतरा बना रहा। 29 घंटे से लगातार गांवों में बिजली नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं।

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बीते शनिवार से गरुड़ ब्लाक के 157 गांवों में अंधेरा छाया हुआ है। जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। डंगोली बिजली लाइन से पूरे क्षेत्र की आपूíत की जाती है। शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे के कौसानी के पास के जंगल में चीड़ का एक विशाल पेड़ बिजली लाइन पर गिर गया। मुख्य लाइन टूटने से गरुड़ का नगरीय क्षेत्र, बैजनाथ, द्यौनाई घाटी, डंगोली घाटी सहित सभी गांवों की बिजली गुल हो गई। दोपहर को बिजली जाने से कुटीर व लघु उद्योग धंधे ठप हो गए। व्यापारियों के कामकाज पर भी असर पड़ा। इधर, ऊर्जा निगम के कर्मचारी शनिवार अपराह्न दो बजे से लाइन ठीक करने में जुट गए, लेकिन देर शाम तक सफलता नहीं मिल पाई। इसके बाद उन्होंने काम रोक दिया। रविवार की सुबह से मरम्मत का काम चल रहा है। रातभर ग्रामीणों ने अंधेरे में रात काटी। उनका कहना है रात के समय हिसक जानवरों का खतरा बढ़ता जा रहा है। बिजली गुल होने से ग्रामीण चितित हैं।

अनिल पांडे, विनोद भट्ट, दिवान नेगी, किशन सिंह भंडारी, कैलाश चंद्र जोशी, मोहन सिंह नेगी आदि ने विभाग से जल्द बिजली आपूíत सुचारू कराने को कहा। उन्होंने विभाग पर घोर उपेक्षा बरतने का भी आरोप लगाया।

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बिजली लाइन पर पेड़ गिरने से आपूíत ठप है। कर्मचारी मौके पर जाकर लाइन को जोड़ने का काम कर रहे हैं। देर शाम तक आपूíत बहाल हो जाएगी।

- भाष्कर पांडे, अधिशासी अभियंता, उर्जा निगम बागेश्वर


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