उत्तरायणी मेले में पहुंचे कालू-लालू याक
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : उत्तरायणी मेले में इस साल कुछ नया होने जा रहा है। बीस साल पहल
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : उत्तरायणी मेले में इस साल कुछ नया होने जा रहा है। बीस साल पहले सर्कस आदि में जानवर आते थे और करतब दिखाते थे, लेकिन पशु क्रूरता अधिनियम के बाद सर्कस आदि में जानवरों के करतब दिखाने बंद हो गया। लेकिन इस बार मेले में कुछ नया कर गुजरने के लिए इस बार पालिकाध्यक्ष ने याक, ऊंट और घोड़े भी बुला लिए हैं।
14 जनवरी से उत्तरायणी मेले का रंगारंग आगाज होगा। जिसके लिए कालू और लालू नाम के याक यहां पहुंच गए हैं। देर शाम वह जिला पंचायत डाक बंगले पर पहुंचे और उन्हें देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ गया। 14 जनवरी को निकलने वाली झांकी में याक की जोड़ी को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा अभी ऊंट और घोड़े भी यहां पहुंच रहे हैं। पालिकाध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने बताया कि याक, ऊंट और घोड़े सिर्फ लोगों की पुरानी याद ताजा करने के लिए मंगाए गए हैं। लोग उनके साथ अपनी सेल्फी आदि भी ले सकेंगे। इधर, करीब बीस साल बाद फिर से उत्तरायणी मेले में याक, ऊंट और घोड़े दिखने मेलाíथयों की भीड़ उमड़ेगी।