जॉय हुकील का 32 वां शिकार
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जॉय हुकील ने बुधवार की देर शाम मादा गुलदार को मार गिराया है
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जॉय हुकील ने बुधवार की देर शाम मादा गुलदार को मार गिराया है। उनका यह 32 वां शिकार है और उन्होंने बंदूक चलाना कॉलेज टाइम में एनसीसी से सीखा था। 2007 में टेहरी गढ़वाल में पहला नरभक्षी मार गिराया था।
मूल रूप से पौढ़ी गढ़वाल निवासी जॉय हुकील व्यावसाई हैं। वे कॉलेज के पढ़ाई करते समय एनसीसी के कैडेट भी थे। उन्होंने वहां बंदूक चलाना सीखा और उनका हर निशाना सटीक लगता था। उनके प्रशिक्षक उन्हें फौजी बनाना चाहते थे लेकिन वह व्यावसाई बन गए। 2007 में टेहरी गढ़वाल में दो नरभक्षी सामने आए और गांव में दहशत का माहौल था। वहां जाने-माने शिकारी भी पहुंचे थे, लेकिन वे नरभक्षी को मारने में नाकाम साबित हो गए। उन्होंने नरभक्षी को मारने की इच्छा जताई और उन्हें चांस मिला। उन्होंने कहा कि अभियान के पांचवें दिन उन्हें कामयाबी मिली और पहला नरभक्षी मार गिराया। तब से वे लगातार 32 गुलदार मार चुके हैं।
-----------
कहां कितने गुलदार मारे
पौढ़ी-12
टेहरी-9
अल्मोड़ा-6
पिथौरागढ़-1
नैनीताल-1
उत्तरकाशी-1
बागेश्वर-2
-----------
छह गुलदार ¨पजरे में कैद
जॉन हुकील ने अब तक छह गुलदारों को ¨पजरे में कैद भी किया और उन्हें इलाज के बाद अभ्यारण छोड़ा गया। उनकी कोशिश गुलदार को मार गिराने की नहीं बल्कि उसे ¨जदा ¨पजरे में कैद करने की होती है।