गरुड़ में किसानों ने लिया रासायनिक खादों का प्रयोग न करने का संकल्प
गरुड़ तहसील के द्यौनाई गांव में किसानों ने जैविक खेती करने पर जोर दिया। रासायनिक खदों का प्रयोग नहीं करने का लिया संकल्प।
संवाद सूत्र, गरुड़: तहसील के द्यौनाई गांव में किसानों ने जैविक खेती करने पर जोर दिया। किसानों ने खेतों में रासायनिक खादों का प्रयोग न करने का संकल्प लिया।
मंगलवार को एडाप्शन एंड सर्टीफिकेशन अंडर ऑर्गेनिक फाíमंग के तहत द्यौनाई गांव में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में किसानों को जैविक खेती करने का प्रशिक्षण दिया गया। ट्रेनर जगदीश अलमिया ने किसानों को जैविक खेती के गुर सिखाते हुए कहा कि आज रासायनिक खादों के प्रयोग से खेतों में पैदा होने वाला अनाज भी प्रदूषित होते जा रहा है। जिससे मनुष्य का शरीर अनेक बीमारियों का घर बनते जा रहा है। उन्होंने किसानों से खेतों में केवल जैविक खाद का ही प्रयोग करने पर बल दिया।
गोष्ठी में ऑर्गेनिक कलस्टर सुंदर बरोलिया ने कहा कि जैविक खाद से उत्पादित होने वाले अनाज का स्वाद ही कुछ अलग होता है। उन्होंने कहा कि जैविक उत्पादन से बीमारियां स्वत: ही दूर हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि जैविक खाद बनाने में पशुपालन का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने किसानों से पशुपालन पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि पशुपालन अधिक होने से खेतों के लिए जैविक खाद स्वत: ही तैयार हो जाएगी। पशुपालन पहाड़ की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकती है। बदलते समय में लोग धीरे-धीरे इसे छोड़ते जा रहे हैं। उन्होंने किसानों से खेतों में सड़े-गले पत्तों व गोमूत्र से बनी जैविक तरल खाद का ही प्रयोग करने को कहा।
इस अवसर पर किसन सिंह, कृष्ण बोरा, मोहन सिंह बरोलिया, धन सिंह, भूपाल सिंह, पार्वती देवी, चंपा देवी, गंगा देवी समेत दर्जनों किसान मौजूद थे।