अवैध मतों ने बदले हार-जीत के समीकरण
जागरण संवाददाता बागेश्वर जिला पंचायत की कई सीटों पर अवैध मतों ने अपना काम कर दिया। अगर
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: जिला पंचायत की कई सीटों पर अवैध मतों ने अपना काम कर दिया। अगर मतदाताओं के यह मत वैध होते तो हार-जीत के चेहरे भी बदल सकते थे। जिले के 19 जिला पंचायत सीटों पर कुल 3947 मत अवैध हुए।
जिला पंचायतों की कई सीटों पर अवैध मतों की संख्या जीत के अंतर से काफी अधिक रही। चौरा जिला पंचायत सीट पर सुरेश खेतवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी दीपक खेतवाल को 13 मतों से हराया। जबकि इस सीट पर 160 मत अवैध थे। इसी तरह वज्यूला सीट पर 279 मत अवैध पड़े। जबकि यहां इंद्रा परिहार ने आशा बुटोला को 127 मतों से पराजित किया। भकुनखोला में भी यही हुआ। यहां जिला पंचायत सीट पर जर्नादन लोहुमी ने दीपक गिरी को 167 मतों से हराया। जबकि इस सीट पर 214 मत अवैध पड़े। पिगलों में तो और नजदीकी मामला रहा। यहां हार-जीत का अंतर सिर्फ 82 वोटों का रहा। जबकि अवैध मतों की संख्या 272 थी। यहां गोपाल किरमोलिया विजयी रहे।इसके अलावा मन्यूड़ा, असों, करासीबूंगा, तोली, करासीबूंगा आदि सीटों पर भी अवैध मतों की संख्या और जीत के मतों की संख्या लगभग बराबर ही थी।
पति-पत्नी दोनों बने जिला पंचायत सदस्य
शामा से निर्वतमान जिला पंचायत सदस्य हरीश ऐठानी और बड़ेत जिला पंचायत सीट से उनकी पत्नी वंदना ऐठानी चुनाव मैदान में थे। दोनों को जनता ने जमकर अपना समर्थन दिया। दोनों ही चुनाव जीत गए है। वंदना ऐठानी को कांग्रेस पार्टी की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद का दावेदार भी माना जा रहा है।