गरुड़ में नदियों पर अवैध तरीके से हो रहा खनन
गरुड़ में सरयू-गोमती नदियों में अवैध तरीके से हो रही खनिज पदार्थों की निकासी रोकने की मांग मुखर।
संवाद सूत्र, गरुड़: सरयू-गोमती नदियों में अवैध तरीके से हो रही खनिज पदार्थों की निकासी रोकने के लिए अधिवक्ताओं ने मोर्चा खोल लिया है। उन्होंने रीवर ट्रेनिग का कार्य वन विभाग को दिए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर इस संबंध में जल्द सकारात्मक कार्रवाई नही होती तो आंदोलन के बाध्य होना पड़ेगा।
तहसील परिसर में अधिवक्ताओं ने सदानीरा नदियों में हो रहे अवैध खनन पर रोष व्यक्त किया। अधिवक्ता गिरीश कोरंगा व सुंदर बोरा ने कहा कि गोमती व सरयू नदी में रिवर ट्रेनिग का कार्य ठेकेदारी प्रथा द्वारा कराया जा रहा है। जिससे सरकार को राजस्व की काफी हानि हो रही है। साथ ही नदियों का स्वरूप भी बिगड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खनन व्यवसायियों द्वारा मनमानी किए जाने से क्षेत्र की जनता को आíथक नुकसान उठाना पड़ रहा है। चंद पैसों के लिए नदियों का अस्तित्व खतरे में डाला जा रहा है। उन्होंने हल्द्वानी की तर्ज पर यहां की सरयू व गोमती नदियों में भी खनन वन निगम से करवाने की मांग की है, ताकि लोगों को सस्ते दामों में भवन निर्माण के लिए रेता बजरी उपलब्ध हो सके और सरकार के राजस्व में भी वृद्धि हो सके। इससे अवैध तरीके से खनन भी रुकेगा। इस संबंध में अधिवक्ताओं ने एसडीएम जयवर्द्धन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।