ब्रजपात से हिल गए कई लोगों के मकान, दहशत में कटी लोगों की रात
बागेश्वर में ब्रजपात से लोगों के मकान तक हिल गए। रातभर लोग भयभीत रहे। ब्रजपात से ऊर्जा निगम को भी भारी नुकसान हुआ है।
बागेश्वर, जेएनएन। गुरुवार की रात डरावनी भरी रही। वज्रपात से लोगों के मकान तक हिल गए। रातभर लोग भयभीत रहे। वज्रपात से ऊर्जा निगम को भी भारी नुकसान हुआ है। करीब 15 घंटे तक समूचे जिले की बिजली गुल रही।
गुरुवार की रात करीब साढ़े आठ बजे सबसे पहला वज्रपात हुआ। लोग तब भोजन आदि कर रहे थे तभी एकाएक झटके से बिजली चली गई। करीब 15 मिनट के अंतराल में दूसरा और बारी-बारी से रात करीब साढ़े 11 बजे तक अनगिनत वज्रपात होने से लोग सहम गए। जोरदार बिजली कड़कने से सबसे लोगों के घरों में लगे बिजली के उपकरण भी फुंक गए।
दर्जनों बल्ब, टीवी, मोबाइल आदि फुंकने से लोग भयभीत होने लगे। कठायतबाड़ा निवासी शिव दत्त पांडे, ईश्वरी दत्त पांडे, गंगा देवी, गीता देवी, आनंदी देवी आदि ने बताया कि वज्रपात के कारण वे रातभर ठीक से नहीं सो सके। बादल फटने का भय सताने लगा। 2013 में बादल फटने से दागण तोक में तेज गति से पानी आ गया था। चारों तरफ अंधेरा छाने से बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सबसे अधिक भयभीत हो गए थे।
वज्रपात से बिजली के डिस्क इंसुलेटर जले
नगर हाइडिल से करीब 600 मीटर दूर आकाशीय बिजली, तारों पर गिर गई। जिससे उप संस्थान में सर्किट ब्रेकर जल गया। दो लाइ¨टग एरेस्टर जले गए। एक डिस्क इंसुलेटर फुंक गया। कांडा लाइन की सीटी जल गई। काफलीगैर लाइन का करेंट ट्रांसफार्मर फूंक गया। बिजली विभाग के का¨रदे रात में ही बिजली आपूíत करने के लिए निकले लेकिन अल्मोड़ा-सोमेश्वरलाइन के एक एमए पर ब्रेक डाउन हो गया और उन्हें बीच में काम रोकना पड़ा। ईई भास्कर पांडे ने बताया कि बिजली विभाग को भारी नुकसान हुआ है और शुक्रवार को 12 बजे आपूíत सुचारू हो सकी है।
वज्रपात से बकरी मरी
कांडा के मंतोली गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक मवेशी की मौत हो गई है। देर रात वज्रपात से रमेश चंद्र पुत्र नारायण ¨सह की बकरी झुलस गई और उसकी मौत हो गई है। पीड़ित परिवार ने मुआवजे की मांग की है।
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