बीमार ग्रामीण को डोली से पहुंचाया अस्पताल
जागरण संवाददाता बागेश्वर सड़क नहीं होने का दंश पहाड़ के तमाम गांव झेल रहे हैं। जिन
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: सड़क नहीं होने का दंश पहाड़ के तमाम गांव झेल रहे हैं। जिनमें एक गांव डौला भी शामिल है। यहां करीब पांच किमी पैदल चलकर लोग सड़क तक पहुंच रहे हैं। होली पर्व पर छुट्टियों में गांव आए युवा वहां के बीमारों को डोली से अस्पताल पहुंचा रहे हैं। रोजगार के लिए पलायन के कारण गांव में सिर्फ बुजुर्ग लोग ही रह गए हैं। कपकोट तहसील का डौला गांव हिमालय की तलहटी पर बसा हुआ है। चारों तरफ हरियाली और स्वच्छ हवा-पानी उपलब्ध है। लेकिन सड़क नहीं होने से गांव के लोग 21वीं सदी में बीमार लोगों को डोली में रखकर सड़क तक पहुंचा रहे हैं। वहां से वाहन के जरिये बीमार व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाया जाता है। गांव के चंदन सिंह दानू 20 दिन से बीमार थे। गांव में युवा नहीं होने से उन्हें अस्पताल नहीं लाया जा सका। होली पर्व पर छुट्टी लेकर घर आने वाले युवाओं का उन्हें इंतजार था। इस बीच घर पहुंचे युवाओं ने उन्हें उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। ग्राम प्रधान हंसी देवी ने बताया कि गांव के लोग लंबे समय से सड़क के लिए आंदोलित हैं, लेकिन उनकी मांग आज तक पूरी नहीं हो सकी है। ग्रामीण आज भी बुनियादी जरूरतों से महरूम हैं।