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ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले का होगा संरक्षण

धाíमक ऐतिहासिक पौराणिक आठ उत्तरायणी मेले का संरक्षण किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 11:14 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 06:13 AM (IST)
ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले का होगा संरक्षण
ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले का होगा संरक्षण

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : धाíमक, ऐतिहासिक, पौराणिक आठ उत्तरायणी मेले का संरक्षण किया जाएगा। आठ दिवसीय मेले के समापन समारोह में मंगलवार देर रात विधायक चंदन राम दास ने यह घोषणा की। क्षेत्रीय विधायक चंदन राम दास ने मेले को शांतिपूर्वक संपन्न कराने में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, मेला कमेटी तथा मेला ड्यूटी पर लगे अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मेले हमारे सांस्कृतिक धरोहर हैं, इन्हें संजोए रखना सबका दायित्व है। उन्होंने विभिन्न सांस्कृतिक दलों की प्रस्तुतियों की सराहना की। अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल ने कहा कि मेलों के आयोजन से पारंपरिक सांस्कृतिक धरोहर को देखने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि हमें सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए। इस अवसर पर उपाध्यक्ष जिला पंचायत नवीन परिहार, अध्यक्ष नगर पालिका बागेश्वर सुरेश खेतवाल, एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी, प्रमोद कुमार, जयवद्धन शर्मा, पूर्व मंत्री राम प्रसाद टम्टा, पुलिस अधीक्षक रचिता जुयाल, मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत आदि मौजूद थे।

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--- प्रियंका और पवन पहाड़ी के नाम रही स्टार नाइट

उत्तरायणी मेला-2020 की अंतिम शाम युवा लोक गायिका प्रियंका महर और हास्य कलाकार पवन पहाड़ी के नाम रही। उन्होंने अपने गीत, संगीत और कॉमेडी से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। देर रात तक दर्शकों ने स्टार नाइट कार्यक्रम का लुत्फ उठाया। मंगलवार की देर रात स्टार नाइट कार्यक्रम का शुभारंभ लोक गायिका प्रियंका महर ने ऐ जी डांडी काठियों मां बैठी होली..गीत से की। उन्होंने कुमाउनी व गढ़वाली गीतों को आधुनिक संगीत के साथ पेश किया। उन्होंने गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा.. सहित कई हिदी गीत भी लोगों को सुनाये। गढ़वाली और कुमाऊंनी के चर्चित गीत सुनाकर दर्शकों को झूमने का भी मौका दिया। उनके सुनाए चैत की चैत्वाला.., फ्वां बाघा रे.., बैठ डोला मां..गीतों को दर्शकों ने जमकर सराहा। तालियां बजाकर उनकी उत्साह भी बढ़ाया। गायक रोंगपाज ने हिदी, कुमाउनी व गढ़वाली रैप सुनाकर मनोरंजन का तड़का लगाया। मंच का संचालन टीम के सदस्य मयंक रावत ने किया।

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उद्यान विभाग को मिला स्टाल का प्रथम पुरस्कार उत्तरायणी मेला के तहत विभिन्न विभागों के स्टालों को दो वर्गों में विभाजित किया गया। उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर इन्हें पुरस्कृत किया गया। उद्यान विभाग प्रथम, एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना द्वितीय एवं ग्राम्या तृतीय स्थान पर रहा। सांत्वना पुरस्कार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को दिया गया। दूसरी ओर जानकारी/सूचना आधारित प्रदर्शनी में प्रथम स्थान कृषि विज्ञान केंद्र काफलीगैर, दूसरे स्थान पर बाल विकास, तीसरे स्थान पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रहा तथा सांत्वना पुरस्कार पशु पालन विभाग को दिया गया।


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