Move to Jagran APP

मेहनत, लगन और लक्ष्य साधने से मिलता है मुकाम

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : नागरिक मंच का 2018 नागरिक सम्मान कांडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Oct 2018 05:28 PM (IST)Updated: Sun, 28 Oct 2018 05:28 PM (IST)
मेहनत, लगन और लक्ष्य साधने से मिलता है मुकाम
मेहनत, लगन और लक्ष्य साधने से मिलता है मुकाम

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : नागरिक मंच का 2018 नागरिक सम्मान कांडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉ. सम्मी उन्नेसा को दिया गया। डॉ. उन्नीसा ने कहा कि मेहनत, लगन और लक्ष्य साधने वाले को ही मुकाम हासिल होता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस विभाग के उपनिरीक्षक निíवकार ¨सह थे।

loksabha election banner

मंच के सचिव आलोक साह गंगोला ने कहा कि मंच निरंतर अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहा है। रसोई गैस की होम डिलीवरी, सरयू किनारे अवैध रूप से बन रहे शौचालय पर रोक, पीजी कॉलेज में ¨लगदोह कमेटी के नियमों का पालन, 2005 से पूर्व के नोटों को बैंक में जमा करना, कलक्ट्रेट पहाड़ी पर ¨रगाल के पौध रोपण, पीजी कॉलेज में शौचालय का निर्माण, चौक बाजार में प्याऊ लगाना समेत तमाम उपलब्धियां मंच की हैं। सरयू को अविरल रखने के लिए संघर्ष जारी है। गोष्ठी की अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष पंकज पांडे और संचालन डॉ. राजीव जोशी ने किया। इस मौके पर सुनील कांडपाल, पंकज जोशी, दीपिका रौतेला, केसीएस खत्री, भुवन चौबे, दीप जोशी, संजय गुरुरानी, डॉ. शैलेंद्र धपोला, गीता रावल, संजय पांडे आदि मौजूद थे।

--------------

अंग्रेजों की व्यवस्था ढो रहे

मुख्य वक्ता रमेश कृषक पांडे ने कहा कि गोष्ठी का विषय लोकसेवकों और नागरिकों की अपेक्षाएं और दायित्व है। प्रशासनिक व्यवस्था अंग्रेजों की बनाई हुई है। छठी शताब्दी और कत्यूर राज के दस्तावेज जिले के पास नहीं हैं। सिर्फ मंदिर, जागर, घन्याली आदि से कुछ जानकारी मिलती है। गोरखा शासनकाल बेहद दुखदायी रहा। 1947 से 1960 तक नेहरू दौर रहा जो संघर्ष का था। 1970 से पढ़े-लिखे लोगों ने राजनीति से मुंह मोड़ा और जिसका नतीजा राजनीति में अनपढ़ों की संख्या में इजाफा हुआ।

-------------

समानता का अधिकार

अधिवक्ता डीके जोशी ने कानूनी पहलू रखे। समानता का अधिकार, समान सुरक्षा, घूमने-फिरने की आजादी, रोजगार की आजादी, छूआछूत की बात नहीं करना, एक स्थान से दूसरे स्थान पर रहने का अधिकार, कस्टडी में केस की जानकारी लेने का अधिकार, महिला को सूर्यास्त के बाद गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है और जीने का अधिकार आदि के बारे में जानकारी दी। विधिक सेवा प्राधिकरण के तहत मिलने वाली कानूनी मदद आदि के बारे में बताया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.