लगभग 10 लाख की जीएसटी होगी जमा
उत्तरायणी मेले से इस बार राज्य कर विभाग को 10 लाख रुपया जीएसटी मिलने की उम्मीद है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : उत्तरायणी मेले से इस बार राज्य कर विभाग को 10 लाख रुपया जीएसटी के रूप में मिलने की उम्मीद है। मेले में इस बार दुकान लगाने वाले सभी दुकानदारों को जीएसटी में पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। इसके उल्लंघन पर दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
बीते वर्षों तक उत्तरायणी मेले से नगरपालिका व यहां व्यापार के लिए बाहरी क्षेत्रों से आने वाले व्यापारियों से किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लिया जाता था। इस बार से अब राज्य कर विभाग मेलों से भी जीएसटी वसूलेगा। नगरपालिका को भी बीते वर्ष सरयू-गोमती बगड़, नुमाइशखेत, पिडारी रोड, भोटिया पड़ाव आदि जगहों पर लगाई गई अस्थायी दुकानों व झूला, सर्कस आदि से 34 लाख से अधिक की आमदनी हुई थी। जो इस बार बढ़ने की उम्मीद है। इस कमाई में नगरपालिका किसी प्रकार की जीएसटी नहीं देता था।
वहीं एक सप्ताह तक चलने वाले उत्तरायणी मेले में अनुमानित 10 करोड़ से अधिक का व्यापार होता है। इस पर भी यहां दुकान लगाने वाला कोई भी दुकानदार टैक्स नहीं देता था। अब ये दुकानदार कैजुअल टैक्स पेयर के रूप में आएंगे, जिन्हें जीएसटी पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। इससे सरकार को लाखों के राजस्व की हानि होती है। इस बार कर विभाग ने पहले से ही तैयारी कर ली है। राज्य कर विभाग ने सभी दुकानदारों से पंजीकरण कराने को कहा है। बिना पंजीकरण दुकान चलाने वालों पर कार्रवाई हो सकती है।
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वर्जन
नगरपालिका से संपर्क किया जा चुका है। मेले में दुकान लगाने वाले सभी दुकानदार अपना जीएसटी पंजीकरण करा लें। निरीक्षण के दौरान अगर पंजीकरण नही पाया गया तो उस पर कार्रवाई होगी।
-कमल जोशी, सहायक आयुक्त, राज्य कर, बागेश्वर