पलायन रोकने को जंगली जानवरों से दिलाएं निजात
संवाद सूत्र, गरुड़ : कत्यूर घाटी के गांवों में गुलदार के बढ़ते हमले से निपटने के लिए सर्वदल
संवाद सूत्र, गरुड़ : कत्यूर घाटी के गांवों में गुलदार के बढ़ते हमले से निपटने के लिए सर्वदलीय विचार गोष्ठी आयोजित की गई। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि गुलदार के हमले से निपटने के लिए सरकार को ठोस नीति बनानी चाहिए।
पर्यटक आवास गृह बैजनाथ में आयोजित विचार गोष्ठी में जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने कहा कि जंगली जानवरों के बढ़ते आतंक से आज जनता अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि लगातार एक ही क्षेत्र से तीन मासूम बच्चों को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया, यह एक गंभीर समस्या है। सरकार को इस ओर तत्काल ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांवों के लोग और काश्तकार एक ओर बंदर और जंगली सूअरों के आतंक से परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर नरभक्षी गुलदार आए दिन मासूम बच्चों को उठा ले जा रहा है। अब ऐसे में गांवों से पलायन कैसे रुके, यह एक सवाल बना हुआ है। जिपंस शिव ¨सह बिष्ट ने कहा कि गुलदार द्वारा तीन बच्चों को निवाला बना लिया गया जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगी। व्यापार संघ के जिलाध्यक्ष बबलू नेगी व पूर्व बीसूका उपाध्यक्ष भुवन पाठक ने कहा कि सरकार को अविलंब गुलदारों के हमले रोकने के लिए ठोस नीति बनानी होगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण भय के साए में जीने को मजबूर हैं, वहीं विभाग संसाधनों की कमी का रोना रोता है। उन्होंने कहा कि सरकार को कत्यूर घाटी के गांवों में ड्रोन कैमरे से गुलदारों पर निगरानी रखनी चाहिए। कनिष्ठ प्रमुख प्रकाश कोहली व समाजसेवी त्रिलोक ¨सह बुटोला ने कहा कि या तो इस राज्य को चिड़ियाघर बना दिया जाए या फिर यहां रहने वालों को सुरक्षा दी जाए। जिपंस जितेंद्र मेहता व समाजसेवी डीके जोशी ने कहा कि शुक्रवार को इस मुद्दे को लेकर स्थानीय विधायक चंदन राम दास के संयुक्त नेतृत्व में जिलाधिकारी से मुलाकात की जाएगी। इस दौरान व्यापार संघ के नगर अध्यक्ष अखिल जोशी, पदम ¨सह परिहार, आनंद ¨सह तुलेरा, राजीव रावत, भुप्पी गढि़या, बसंत नेगी, ग्राम प्रधान हरिनगरी लक्ष्मण राम, ठाकुर ¨सह, विकास सुयाल, विजय परिहार, धन ¨सह परिहार, आनंद दुबे आदि मौजूद थे।