टावर लगाने के नाम पर साढ़े पांच लाख ठगे
संवाद सूत्र, कपकोट: जमीन में दूरभाष टावर लगाने के नाम पर चार ठगों ने मिलकर एक ग्रामीण से
संवाद सूत्र, कपकोट: जमीन में दूरभाष टावर लगाने के नाम पर चार ठगों ने मिलकर एक ग्रामीण से साढ़े पांच लाख रुपए ठग लिए। तीन साल तक ठगों ने ग्रामीण को बेवकूफ बनाया और लगभग 10 किश्तों में पैसे वसूल किए। जब ग्रामीण ने और ज्यादा पैसे देने में असमर्थता जताई तो ठगों ने अपने फोन नंबर ही बंद कर लिए।
तारा ¨सह कोरंगा पुत्र धन ¨सह कोरंगा निवासी ग्राम बड़ेत कपकोट बेरोजगार है। कमाई का कोई साधन नहीं होने के कारण वह बड़ी आसानी से ठगों के चंगुल में आ गया। साल 2015 में उसके पास एक अज्ञात फोन आया। जिसमें ठगों ने खाली पड़ी जमीन पर दूरभाष कंपनी का टावर लगाने का झांसा दिया। जिसमें हर माह करीब 50 हजार की कमाई का स्वप्न दिखाया। ठगों ने बंगलुरू का पता बताते हुए उसे झांसा देना शुरू किया। अलग-अलग फोन नंबर से अलग-अलग बैंक खातें में ग्रामीण से पैसे ऐठने शुरू किए। इस तरह तीन जुलाई 2015 से 28 मार्च 2018 के बीच करीब पांच लाख 50 हजार रुपए ऐंठ लिए।
पैसे देने को बैंक से लिया कर्ज
ग्रामीण तारा ¨सह ने ठगों को पैसे देने के लिए बैंक से भी कर्ज लिया। शुरूआत में करीब डेढ़ लाख रुपए उसने परिचितों से आवश्यक काम बताकर कर्ज लिया। इसके बाद और ज्यादा पैसों की मांग होने पर उसने बैंक से तीन लाख रुपए का कर्ज भी लिया।
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फर्जी प्रमाण पत्र भी दिया
ठगों ने ग्रामीण तारा को विश्वास दिलाने के लिए दक्ष टावर कंपनी के नाम से फर्जी प्रमाण पत्र भी दिया। जिसमें हर माह हजारों रुपए देने का उल्लेख किया गया था। प्रमाण पत्र मिलने के बाद ग्रामीण का विश्वास और ज्यादा गहरा हो गया। ठगों ने इस बात को अपने तक ही सीमित रहने का भरोसा भी मांगा था।
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चार के खिलाफ मामला दर्ज
ठगों का फोन बंद होने के बाद सितंबर माह में ग्रामीण तारा को ठगी का एहसास हुआ। तब जाकर उसने कपकोट थाने में दिनेश शर्मा, रोहित रंजन, मनोज यादव व प्रेम कुमारी के खिलाफ तहरीर दी। जिसके बाद कपकोट पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
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ठगी मामले की जांच की जा रही है। जिन बैंक खातों से लेनदेन किया गया है। उसे साइबर पुलिस के सुपुर्द किया जा रहा है। ठगों के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।
-वंदना चौहान, थाना प्रभारी, कपकोट, बागेश्वर