धूराफाट क्षेत्र में पेयजल के लिए मारामारी
जागरण संवाददाता बागेश्वर धूराफाट क्षेत्र में पेयजल को मारामारी मची है। पानी की आपूíत न ह
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : धूराफाट क्षेत्र में पेयजल को मारामारी मची है। पानी की आपूíत न होने से लोगों के हलक सूख गए हैं। लोगों में जलसंस्थान के खिलाफ आक्रोश है और उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
धूराफाट-बौड़ी पेयजल योजना लोगों की प्यास नहीं बुझा पा रही है। इससे लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। धूराफाट तथा असों क्षेत्र के लिए सरयू नदी में धूराफाट-बौड़ी पेयजल का निर्माण किया गया। इस योजना से क्षेत्र के करीब 50 गांवों को पानी की आपूíत होनी थी, लेकिन यह योजना लोगों के लिए अभिशाप बनकर रह गई। जबसे योजना बनी तबसे लेकर आज तक लोगों के हलक तक तर नहीं हो पाए। इधर एक सप्ताह से हालत बद से बदतर हो गए हैं। इन दिनों असों, तल्ला और मल्ला कोट, बोहाला, कठानी, नदीगांव, रैखोली सहित क्षेत्र गांवों में पानी नहीं आ रहा है। लोग प्राकृतिक स्त्रोतों के भरोसे दिन काट रहे हैं। ग्रामीण केशर सिंह, मोहन सिंह, चनरा देवी, शांति, गोलू असवाल, सुनील, राहुल आदि ने कहा कि पेयजल के लिए वे रोज परेशान रहते हैं। प्राकृतिक स्त्रोत नहीं होने से उन्हें सरयू का रुख करना पड़ रहा है। इधर, तहसील मार्ग पर कभी कभार रात को पानी की आपूíत होती थी। इधर तीन दिन से वह भी बंद हो गई है। इससे लोग परेशान हो गए हैं। उधर जल संस्थान के ईई एमके टम्टा ने बताया कि अमस्यारकोट पेयजल योजना को कुछ ग्रामीणों ने ध्वस्त कर दिया। इस कारण तहसील मार्ग पर दिक्कत हुई। अब उसे ठीक करा दिया है। जल्द समस्या का समाधान हो जाएगा। जहां संकट अधिक है वहां टैंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है।
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