Move to Jagran APP

जानलेवा साबित हो रहा नशे का शौक

पहाड़ में नशे की हालत में गाड़ी चलाना जानलेवा बन गया है। बागेश्वर जिले के 70 फीसद भूभाग में नागरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी राजस्व पुलिस के पास है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 10:50 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 10:50 PM (IST)
जानलेवा साबित हो रहा नशे का शौक
जानलेवा साबित हो रहा नशे का शौक

जासं, बागेश्वर : पहाड़ में नशे की हालत में गाड़ी चलाना जानलेवा बन गया है। जिले के 70 फीसद भू-भाग में नागरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी राजस्व पुलिस के पास है। जिस कारण न तो ठीक से चेकिग हो पाती है न ही कोई कार्रवाई। बेखौफ वाहन चालक यहां नियमों की धच्जियां उड़ाते हुए फर्राटा भरते हैं।

loksabha election banner

कांडा में गुरुवार रात नशे की हालत में एक वाहन चालक ने गाड़ी गधेरे में डाल दी। यह पहली बार नही हो रहा है। अक्सर पहाड़ में नशा ही दुर्घटना का कारण बनता है लेकिन साक्ष्यों के अभाव में कभी किसी पर कार्रवाई नहीं होती है। दुर्घटना ने एकबार फिर सुरक्षा प्रबंधों की पोल खोल दी है। यहां अधिकतर क्षेत्र राजस्व पुलिस के पास है। इसलिए कभी कोई कार्रवाई होती ही नहीं। परिवहन विभाग भी दूरस्थ जगहों पर पहुंच ही नहीं पाता है। कई गाड़ियां हैं जो बिना बीमा, फिटनेस के चल रही हैं। इधर दुर्घटना के बाद संभागीय परिवहन विभाग कार्रवाई की बात कर रहा है।

==========

हादसे के बाद पसरा सन्नाटा

बागेश्वर : गुरुवार रात बरात दुल्हा-दुल्हन को लेकर बंगचूड़ी गांव घर पहुंच गई थी। इसी बीच छोलिया नृतकों का इंतजार हो रहा था। कुछ ही दूरी पर घर था तो बरातियों को नाचते-गाते हुए वहां पहुंचना था। तभी एक मनहूस खबर आयी। बरात का एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी मिली। इस पर सभी ग्रामीण मौके पर रवाना हुए। रात भर लोग बचाव कार्य में जुटे रहे। शहनाई की गूंज मातम में बदल गई।

=============

घर से खींच लाई मौत

बागेश्वर : जिसकी मौत लिखी हो उसे कोई टाल नहीं सकता। ऐसा ही महेश सिंह के साथ हुआ। वह भी बरात में अपनी गाड़ी लेकर गया था। बरातियों को उसने सकुशल बंगचूड़ी घर छोड़ दिया था। किसी ने कहा कि छोलिया नृतकों की गाड़ी अभी तक नही पहुंची। देर हो गई है जरा पता करो। वह गाड़ी की खोज करते हुए गांव से दो किमी तक आ गया। तभी उसे गाड़ी दिखी और उसमें लटक कर घर की ओर आने लगा। होनी को कुछ और ही मंजूर था। कुछ ही दूरी पर गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई और महेश की मौत हो गई।

==============

एकमात्र कमाऊं बेटे की मौत

बागेश्वर: बरातों में छोलिया नृतक का कार्य कर भूपेश राम और उसका 17 वर्षीय पुत्र गोकुल राम परिवार का भरण पोषण करते थे। इस बरात में भी पिता-पुत्र छोलिया नृतक के बतौर गए हुए थे। दुर्घटना में गोकुल की मौत हो गई। जबकि भूपेश राम गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है।

============

गाड़ी का बीमा तक नही

बागेश्वर: उप संभागीय परिवहन अधिकारी कृष्ण चंद्र पडलिया ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी का बीमा नहीं है। सभी कोणों में जांच की जा रही है। आवश्यक कार्रवाई की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी चेकिग अभियान चलाया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.