सिद्धि के दाता विघ्न विनाशन, होली खेलें गिरिजापति नंदन
संवाद सूत्र, गरुड़ : कत्यूरी राजाओं द्वारा भेंट स्वरुप दिए गए भेटा गांव में वसंत पंचमी की रात्रि
संवाद सूत्र, गरुड़ : कत्यूरी राजाओं द्वारा भेंट स्वरुप दिए गए भेटा गांव में वसंत पंचमी की रात्रि से बैठकी होली का आगाज हो गया है। इसके बाद कत्यूर घाटी के अन्य गांवों में भी बैठकी होली की शुरुआत हो गई है। होल्यारों ने विभिन्न रागों पर आधारित कई होलियों का गायन किया।
कत्यूर घाटी के भेटा गांव के लोहुमी परिवार मां भ्रामरी के उपासक हैं। परंपरा के अनुसार जब कोट भ्रामरी मंदिर में होलाष्टक को भेटा गांव के लोहुमी लोग चीर बंधन के साथ मां भ्रामरी को अबीर गुलाल चढ़ाते हैं, तभी कत्यूर घाटी में होली का रंगारंग आगाज होता है। वसंत पंचमी की रात्रि भेटा के ग्रामीणों ने स्थानीय दुण्डिका मंदिर में पूजा अर्चना की और बैठकी होली का शुभारंभ किया। पूजा कुल पुरोहित पंडित कैलाश चंद्र लोहुमी ने कराई। गांव के वरिष्ठ होली डांगर नन्दाबल्लभ लोहुमी ने होली की शुरुआत करते हुए कहा- सिद्धि के दाता विघ्न विनाशन, होली खेलें गिरिजापति नन्दन। इसके बाद होल्यारों ने लकड़ी का ढेर जलाया और चारों ओर बैठकर आज अयोध्या में भई है बधाई, खोल खजाना मोती लुटाई समेत अनेक होलिया गाई। इस मौके पर गुड़ का प्रसाद बांटा गया। इसके बाद अनेक गांवों में बैठकी होली की शुरुआत हो गई है। इस अवसर पर पूर्व क्षेपंस जनार्दन लोहुमी, हेम लोहुमी, विनोद लोहुमी, चंद्रशेखर लोहुमी, अनिल लोहुमी, पवन लोहुमी, कमल लोहुमी, भानु, नीरज आदि मौजूद थे।