टिकट बंटवारे में हुई चूक से कांग्रेस ने गंवाई सीट
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : नगरपालिका अध्यक्ष पद पर प्रत्याशी के फाइनल होने के बाद कांग्रेस मे
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : नगरपालिका अध्यक्ष पद पर प्रत्याशी के फाइनल होने के बाद कांग्रेस में बगावत हो गई। एक के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे दे दिए। इस्तीफे के बाद कांग्रेस से ही टिकट के दावेदार सुरेश खेतवाल को अपना निर्दलीय प्रत्याशी घोषित कर चुनाव में खड़ा कर दिया। टिकट देने में हुई चूक से कांग्रेस ने यह सीट गंवा दी।
नगरपालिका अध्यक्ष पद पर टिकट की दौड़ में नगरपालिका अध्यक्ष गीता रावल, सुरेश खेतवाल, महेश कांडपाल का नाम सबसे ऊपर था। लेकिन अंत में पार्टी ने महेश कांडपाल के नाम पर मुहर लगाई। जिससे पार्टी के अंदर बगावत शुरु हो गई। पहले गीता रावल ने मोर्चा खोला। उन्हें पार्टी ने मना लिया। उनके मानते ही सुरेश खेतवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में पर्चा भर दिया। संगठन ने उन्होंने मनाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने। संगठन के अधिकतर वरिष्ठ कार्यकर्ता निर्दलीय सुरेश खेतवाल के पक्ष में खड़े हो गए। उन्होंने पार्टी को इस्तीफा तक दे दिया। जिसका परिणाम यह हुआ की कांग्रेस यहां पर पांचवे नंबर पर रही। पिछले चुनावों में भारी बहुमत से नगरपालिका अध्यक्ष पद पर जीतने वाली कांग्रेस को इस बार केवल 1785 मत मिले।
महेश कांडपाल भले ही ज्वालादेवी वार्ड के निवासी हो। लेकिन यहां के कांग्रेस कार्यकर्ता प्रत्याशी महेश कांडपाल को बाहरी मानते थे। कांडपाल की राजनीतिक सक्रियता भी देहरादून आदि जगहों में ही ज्यादा थी। जिस कारण वह कार्यकर्ताओं के दिलों में अपनी जगह नहीं बना पाए। इसी कारण नाम घोषित होते ही बगावत हुई। संगठन में बिखराव आ गया। अब इसका परिणाम सबके सामने हैं।
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बागी ने बिगाड़ा भाजपा का खेल
कांग्रेस में हुई बगावत का फायदा भाजपा उठा सकती थी। यहां संगठन के रुप में भाजपा को मजबूत माना जाता है। लेकिन वहां भी टिकट फाइनल होते ही बगावत हो गई। यहां भी बाहरी प्रत्याशी को टिकट दिए जाने से नाराज प्रमोद मेहता ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का एलान किया। वह 1822 मत लाए। जबकि दूसरे नंबर पर रहे भाजपा के प्रत्याशी कुंदन परिहार को केवल 2387 मत मिले। वह भाजपा प्रत्याशी से सिर्फ 565 मत ही पीछे रहे।