सरयू और गोमती में बने पुल कर चुके उम्र पूरी
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: नेशनल हाईवे 309 ए पर बने जर्जर पुल पर हजारों वाहनों गुजर रहे
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: नेशनल हाईवे 309 ए पर बने जर्जर पुल पर हजारों वाहनों गुजर रहे हैं। 64 के दशक में बने पुल अब जहां अपनी उम्र पूरी कर चुके हैं, वहीं इनकी मरम्मत के लिए अभी तक एनएच धेला भी खर्च नहीं कर सका है। ऐसे में जर्जर पुलों पर कभी भी बढ़ी दुर्घटना का भय बना हुआ है।
सरयू व गोमती नदियों पर बने गार्डर पुल 60 साल से अधिक समय से वाहनों का बोझ ढो रहे हैं। पुलों का निर्माण वर्ष 1964 में किया गया था। सामरिक महत्व के इन पुलों के रखरखाव में एनएच फिसड्डी साबित हो रहा है। जर्जर हो चुके इन पुलों की तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। चीन से युद्ध के दौरान सेना की मदद के लिए सरयू व गोमती नदियों में पुलों का निर्माण किया गया था। इन्हीं मार्गों से सेना के वाहन व अन्य सामग्री पिथौरागढ़ की तरफ भेजी जाती थी। मगर 60 साल से भी अधिक की उम्र पूरी कर चुके इन पुलों पर अब भी वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। पुल के नीचे के अधिकांश गार्डर गल चुके हैं। पुलों में बिछाया गया लेंटर भी गल चुका है। लेंटर के स्थान पर लोहे की चादर बिछाई गई है। जो कि दोपहिया वाहनों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है।
--------
एक हजार से अधिक वाहनों का प्रतिदिन लोड
सरयू व गोमती नदियों पर बने पुलों में प्रतिदिन एक हजार से भी अधिक छोटे-बड़े वाहन दौड़ते हैं। एनएच ने एहतियात के तौर पर एक बार में एक ही वाहन को जाने की सूचना लगाई है, लेकिन वाहन चालक एनएच की इस सलाह पर कोई ध्यान नहीं देते हैं। इनसेट:::
दोनों पुलों की अब मरम्मत की उम्र नहीं है। इनके स्थान पर नए पुलों का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। सरयू नदी में पुराने पुल के स्थान पर नया टू लेन पुल बनाने का प्रस्ताव है जबकि गोमती नदी में ¨सगल लेन का पुल बनाया जाना प्रस्तावित है। शासन से स्वीकृति मिलने पर ही निर्माण कार्य किया जाएगा।
-हितेश कांडपाल, एई एनएच।