बिरसा मुंडा की जयंती को बागेश्वर में गौरव दिवस के रूप में मनाया
बागेश्वर के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में रविवार को बिरसा मुंडा की जयंती को गौरव दिवस के रूप में मनाया गया।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में रविवार को बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई। कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धासुमन अíपत किए। अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन में उनकी भूमिका को याद किया। छात्र-छात्राओं ने उनके बताए मार्ग पर चलकर देश और समाज की सेवा के लिए कार्य करने का संकल्प लिया।
अभाविप कार्यकर्ता और छात्रसंघ अध्यक्ष सौरभ जोशी के नेतृत्व में छात्रों ने बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अíपत की। अध्यक्ष जोशी ने भगवान मुंडा की वीरता को याद किया। कहा कि मुंडा ने 20 साल की अल्पायु में लगान माफ करने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया था। इसके लिए उनको दो साल के कारागार की सजा भी भुगतनी पड़ी थी। इस दौरान बताया गया कि उन्होंने अंग्रेजों को खदेड़ने के लिए मुंडा सेना का गठन किया था और कई बार अंग्रेजी शासन को धूल चटाई थी। उनके कार्यों के चलते ही उन्हें भगवान का दर्जा प्राप्त है। सभी कार्यकर्ताओं ने मुंडा के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर और उनके बताए मार्ग पर चलकर देश और समाज की सेवा करने की बात कही। वक्ताओं ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन कृतित्व की जानकारी दी। उन्होंने कह कि भगवान की संज्ञा ऐसे ही किसी को नहीं मिलती है। बिरसा के समाज के लिए योगदान और समर्पण के चलते उन्हें आज के दिन पूजा जाता है। छात्रों ने उनके बताए मार्ग पर चलकर बेहतर समाज की स्थापना का संकल्प दोहराया। इस मौके पर जिला संगठन मंत्री शिवम पांडेय, आशीष कुमार, भूपेंद्र दानू, हिमांशु जोशी, कविता, अर्जुन, ललिता, उमा, श्रुति आदि मौजूद रहे।