डायट के प्रशिक्षण का लाभ बच्चों तक पहुंचे
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिलाधिकारी रंजना राजगुरु की अध्यक्षता में डायट की प्रथम कार्यक्रम
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिलाधिकारी रंजना राजगुरु की अध्यक्षता में डायट की प्रथम कार्यक्रम परामर्श समिति की बैठक हुई। उन्होंने डायट के कार्यक्रम व प्रशिक्षण का लाभ प्रत्येक बच्चे तक पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों का मूल्यांकन भी किया जाए।
विकास भवन सभागार में डीएम रंजना राजगुरु ने बैठक में कहा कि प्रशिक्षण व गतिविधियों का लाभ सुदूर के बच्चे और शिक्षक तक भी पहुंचाना है। तभी गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्राप्त हो सकेगी और कार्यक्रम में आवश्यक संसोधन का भी सुझाव दिया। उन्होंने बालिकाओं व सुदूर में कार्यरत शिक्षकों के लिए अभिप्रेरित एवं नवाचारी कार्यक्रम शामिल करने के निर्देश दिए। डायट में विकसित किए जा रहे आइटीसीटी लैब कार्य के घंटे के बाद शिक्षक और विद्याíथयों के लिए खुला रखने पर खुशी जताई। नियोजन एवं प्रबंधनक कैलाश चंद्र चंदोला ने डायट के कार्यदायित्व की आंख्या प्रस्तुत की। प्रभारी प्राचार्य शैलेंद्र धपोला ने वाíषक कार्य और बजट की रूपरेखा अनुमोदन के लिए प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष प्रशिक्षण, अनुश्रवण, शोध आदि के लिए भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अनुसार बजट तैयार किया जाता है। बजट व कार्ययोजना के अंतर्गत डायट के भौतिक संसाधनों को विकसित करने, अकादमिक व कार्यालीय मानव संसाधन का वेतन, शोगध, संकाय विकास, तकनीकी सहायता आदि पर व्यय होता है। बैठक में सीईओ हरीश चंद्र ¨सह रावत, डीईओ मोहम्मद अंसानी, बीईओ नरेश मौर्य, आरसी मौर्य, डॉ. राजीव जोशी, कुंदन ¨सह रावत, डीसीएम जोशी, डॉ. दया सागर, संजय गुरुरानी, भैरव दत्त पांडे, संदीप जोशी, हेम लोहुमी, अमित कुमार आदि मौजूद थे।