150 हड़ताली कर्मियों को नहीं मिलेगा एक दिन का वेतन
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : सरकारी कर्मचारियों को हड़ताल करना महंगा पड़ गया है। नो वक
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : सरकारी कर्मचारियों को हड़ताल करना महंगा पड़ गया है। नो वर्क नो पे के सरकार के नियम के तहत हड़ताल में रहने वाले सभी कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काट दिया गया है। वहीं काम ना करने वाले कर्मचारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
बीते 31 जनवरी को सरकारी कर्मचारी सरकार के नियमों के विरुद्ध अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए थे। जिले के करीब 150 कर्मचारियों ने हड़ताल को समर्थन देते हुए कार्य बहिष्कार किया। जिसके बाद सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। जिले के सभी हड़ताली कर्मचारियों को नो वर्क नो पे के नियम के तहत एक दिन का वेतन नहीं मिलेगा। लगभग 3 लाख रुपये सरकारी राजकोष में जमा कर दिया है। कोषागार से एक दिन का वेतन काटकर कर्मचारियों को दिया जा रहा है। एक दिन का वेतन काटे जाने से सरकारी कर्मचारी आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि मांगों को लेकर आंदोलन करना उनका संवैधानिक अधिकार है। सरकार तानाशाहपूर्ण रवैया अपना रही हैं। जिसके खिलाफ कर्मचारी फिर से हड़ताल की रणनीति बना रहे है। उन्होंने सभी कर्मियों से अपने अपने हितों के लिए एकजुटता की अपील की है।
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सरकार का शासनादेश मिल गया है। जो भी हड़ताल पर कर्मचारी थे उन सभी का एक दिन का वेतन काटकर उनको दिया जा रहा है। वेतन आहरण की प्रकिया शुरू कर दी है।
-पीसी उप्रेती, कोषाधिकारी