अल्मोड़ा में कब लगेंगे पानी के मीटर
जिले के पेयजल उपभोक्ता हर तिमाही आ रहे भारी भरकम जल मूल्य को लेकर परेशान हैं।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : जिले के पेयजल उपभोक्ता हर तिमाही आ रहे भारी भरकम जल मूल्य को लेकर परेशान हैं। इसीलिए अब जिले में अन्य शहरों की भांति पेयजल मीटर लगाने की मांग उठनी शुरू हो गई है। उपभोक्ताओं का कहना है कि पेयजल संयोजन में मीटर नहीं लगा होने से अनुमानित बिल उपभोक्ताओं को भेज दिया जाता है, जिससे पेयजल का कम उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
जिले में वर्तमान में 10 हजार पेयजल उपभोक्ता हैं, जिनसे हर तीन माह में जल मूल्य की वसूली की जाती है। ऐसे में उन उपभोक्ताओं को अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ता है, जो पेयजल का उपयोग सोच समझ कर करते हैं। लोगों का कहना है कि आज से 25-30 साल पहले जल मूल्य मीटर रीडिंग के आधार पर लिया जाता था। लेकिन इस प्रक्रिया को बाद में बंद कर दिया गया । इधर, पिछले कई सालों से उपभोक्ता समेत विभिन्न जन संगठन सभी उपभोक्ताओं के पेयजल संयोजनों में मीटर लगाकर इसकी रीडिंग के आधार पर ही जल मूल्य लिए जाने की मांग उठा रहे हैं। लेकिन उपभोक्ताओं की कोई सुध नहीं ली जा रही है। इस मांग को संगठन अपनी हर मासिक बैठकों में उठाते रहते हैं। वहीं इस संबंध में कई मर्तबा शासन को भी ज्ञापन भेजे जा चुके हैं।
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ये संगठन अर्से से उठा रहे मांग
उपभोक्ताओं के पेयजल संयोजनों में मीटर लगाए जाने की मांग उत्तराखंड पूर्व सैनिक लीग, जन अधिकार मंच, उत्तराखंड लोक वाहिनी, आम आदमी पाटी, गवर्नमेंट पेंशनर्स एसोसिएशन, केंद्रीय सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण समिति, पूर्व अर्द्ध सैनिक कल्याण समिति, उत्तराखंड किसान संगठन लंबे अर्से से कर रहा है। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं होने से इन संगठनों में रोष पनप रहा है।
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पेयजल मीटर उन शहरों में लग रहे हैं, जहां एडीबी से फाइनेंस होकर काम हुआ है। इसमें अल्मोड़ा जिला शामिल नहीं है। जल संस्थान उपभोक्ताओं की बेहतरी को प्रयासरत है। निर्धारित मानकों के तहत ही जल मूल्य लिया जाता है।
- इं.मुकेश कुमार, प्रभारी अधिशासी अभियंता, जल संस्थान