बिजली की दरों में वृद्धि पर भड़के अल्मोड़ा के उक्रांद कार्यकर्ता
कोरोना संक्रमण के दौर में बिजली की दरों में अप्रत्याशित वृद्धि से उक्रांद कार्यकर्ताओं ने आक्रोश व्यक्त किया।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : कोरोना संक्रमण के दौर में बिजली की दरों में अप्रत्याशित वृद्धि से उत्तराखंड क्रांति दल भड़क उठा है। दल ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि यदि जल्द जनहित में इस निर्णय पर पुनर्विचार नहीं किया गया तो दल आंदोलनात्मक कार्ययोजना तैयार करेगा। कहा कि जल्द ही इस मसले को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा।
दल के जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने कहा है कि बिजली के दामों में बढ़ोतरी कोरोनाकाल में जनता के ऊपर दोहरी मार के समान है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना की इस कठिन परिस्थिति में आम जनता को आíथक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बिजली की दरें बढ़ने से उस पर अतिरिक्त आíथक बोझ पड़ेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग जैसे-तैसे कृषि कार्य के साथ मजदूरी कर घर चलाते हैं, ऐसे में उन्हें आíथक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कारोबार चौपट होने के कारण आज आम जनता आíथक परेशानियों से जूझ रही है। ऐसे में बिजली दरों में बढ़ोतरी करना कतई उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को वर्तमान की परिस्थितियों को देखते हुए जहां आम जनता को बिजली की दरों व बिलों में रियायत देनी चाहिए थी, वहीं इसके विपरीत सरकार ने बिजली दरों में वृद्धि कर आम जनता पर आíथक बोझ बढ़ाने का की काम किया है। जिसे उक्रांद कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। इधर, आम आदमी पार्टी के पूर्व मीडिया प्रभारी भुवन जोशी ने भी बिजली की दरों में की गई वृद्धि पर रोष जताया है। कहा है कि वर्तमान में जनता जहां रसोई गैस, खाद्यान्न वस्तुओं, सब्जियों तथा फलों सहित अनेक दैनिक उपभोग की वस्तुओं की महंगाई से वैसे ही परेशान हैं। ऐसे में बिजली की दरों में की गई वृद्धि पर सरकार को एक बार पुन: गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए।