पहाड़ में बेमौसम बारिश और ओलों की मार
पर्वतीय अंचल में बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने सब्जी व फल उत्पादकों की चिंता बढ़ा दी है।
अल्मोड़ा/रानीखेत, जेएनएन: पर्वतीय अंचल में बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने सब्जी व फल उत्पादकों की चिंता बढ़ा दी है। जनपद की फल पट्टियों में ओलों की मार से फूल व बौर को खासा नुकसान होने से उत्पादन में गिरावट की आशंका बढ़ गई है। सब्जी उत्पादक विकासखंडों में प्याज व धनिया की पौध गलने की कगार पर पहुंच गए हैं।
पहाड़ में बीती गुरुवार शाम से लगातार हो रही बारिश ने किसानों के माथे पर बल ला दिए हैं। ताड़ीखेत विकासखंड में 20 से 30 फीसद क्षति हुई है। अबकी शरदकाल में बेहतर बारिश व बर्फबारी से उत्साहित काश्तकारों को उम्मीद थी कि इस सीजन में देर तक नमी रहने से उत्पादन अच्छा होगा। मगर अब बेमौसम वर्षा के साथ ओलावृष्टि ने फल व सब्जी उत्पादक क्षेत्रों में नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। शुक्रवार शाम पर्यटन नगरी रानीखेत के साथ ही ताड़ीखेत विकासखंड में जमकर ओले गिरे। इससे फल के पेड़ों पर आए बौर व फूलों को खासी क्षति पहुंची है। प्रगतिशील किसान भीम सिंह, सूरज मेहरा, झूंगर सिंह, जयमल सिंह, चंदन करायत, गोपाल देव आदि के अनुसार ओलों से करीब 30 फीसद तक नुकसान हुआ है। यही हाल सब्जी व फल उत्पादक लमगड़ा, द्वाराहाट, चौखुटिया, सल्ट, स्यालदे, ताकुला, भैंसियाछाना व हवालबाग ब्लॉक का भी है। ओलों के साथ बेमौसम वर्षा ने तैयार हो रही फसल की पौध के लिए जोखिम बढ़ा दिया है।
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बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से नुकसान हो रहा है। शुक्रवार को गिरे ओलों ने सबसे ज्यादा ताड़ीखेत विकासखंड में क्षति पहुंचाई। विभागीय सर्वे के अनुसार वहां करीब 20 प्रतिशत फलों के बौर व फूलों के साथ सब्जियों को क्षति पहुंची है। विभाग के साथ ही राजस्व वालों से वास्तविक आंकलन कराया जाएगा।
- टीएन पांडेय, मुख्य उद्यान अधिकारी