धौलादेवी में रिक्त रह सकता है प्रधान व बीडीसी सदस्य का पद
संवाद सहयोगी दन्यां नए पंचायती एक्ट के चलते विकासखंड धौलादेवी के अनेक गांवों में पंचायता
संवाद सहयोगी, दन्यां: नए पंचायती एक्ट के चलते विकासखंड धौलादेवी के अनेक गांवों में पंचायतों के गठन में दिक्कतें आने की पूरी संभावना दिखने लगी है। शैक्षिक योग्यता और दो बच्चों की बाध्यता के चलते आरक्षित सीटों वाली कई गांवों में उम्मीदवार उपलब्ध न होने से कई ग्राम पंचायतों में प्रधान सहित अधिकांश पद रिक्त रह जाएंगे।
शैक्षिक योग्तया और दो बच्चों के नए नियम के चलते विकासखंड धौलादेवी के अंतर्गत अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित गांवों में अर्ह उम्मीदवार न होने के चलते कई पद रिक्त रहने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। विकासखंड में सबसे बड़ी ग्राम पंचायत आरासलपड़ में इस बार ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य का पद अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित है। आरासलपड़ गांव में एक ही परिवार अनुसूचित जाति का निवास करता है। नए नियमों के चलते उम्मीदवारी में अर्ह नहीं होने के चलते यहां ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य का उम्मीदवार ढूंढे नहीं मिल पा रहा है। कमोबेश यही स्थिति विकासखंड धौलादेवी के अन्तर्गत एक दर्जन से अधिक गांवों की भी है। विकासखंड की 110 ग्राम पंचायतों और 40 बीडीसी सीटों के लिए आरक्षण तय करते समय विभागीय हीलाहवाली के चलते स्थिति यह आ गई है कि कई पंचायत सदस्यों, ग्राम प्रधानों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के पद रिक्त रह जाएंगे। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि यदि सीटों के आबंटन के समय आरक्षित परिवारों की स्थिति का आकलन किया गया होता तो यह नौबत नहीं आती।