ंहंसी खुशी के पल, क्षण भर में गम में तब्दील
संवाद सहयोगी चौखुटिया ससुराल में खेतीबाड़ी समेत सभी कामकाज निपटाने के उपरांत गीता दे
संवाद सहयोगी, चौखुटिया : ससुराल में खेतीबाड़ी समेत सभी कामकाज निपटाने के उपरांत गीता देवी खुशी के कुछ पल बिताने अपने एकलौता बेटा योगेश को लेकर मायके सौंगड़ा गांव गई र्थी, लेकिन शायद नियति को यह मंजूर नहीं था। मायके के घर में कदम रखने के कुछ ही घंटों बाद बेटे के साथ अनहोनी हा गई। इसके साथ ही गीता ने बेटे के भविष्य को लेकर जो सपने संजोए थे वह महज क्षण भर में ही तार-तार हो गए तथा रोते-बिलखते अपने दिल के जिगर को अंतिम विदाई देनी पड़ी।
चौखु टिया विकास खंड के कोरनी गांव निवासी भूपेंद्र सिंह पैलिया की पत्नी हंसी खुशी के साथ सुकून के कुछ पल बिताने बेटे योगेश को लेकर उसके नैनिहाल स्याल्दे के सौंगड़ा गांव वली गई। जाते बख्त परिवार ने कभी भी ऐसा नहीं सोचा था, कि हंसते-खेलते इस परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ेगा। लेकिन नियति के कुछ ऐसा ही मंजूर था। नैनिहाल में बेटा योगेश एकाएक अनहोनी घटना का शिकार हो गया। घर का एकलौजा बेटे के हमेशा-हमेशा के लिए जाने से अब परिवार के सपने चूर-चूर हो गए हैं। मां गीता देवी व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। कोरनी व सौंगड़ा गांव में सन्नाटा पसरा है।
मृतक योगेश परिवार का एक मात्र बेटा है। जो राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोरनी में कक्षा 3 का छात्र था। योगेश के शव को लेकर जब परिजन व ग्रामीण घर पहुंचे तो दादा-दादी गश खाकर जमीन पर गिर गए। गांव का माहौल बेहद गमगीन हो उठा। लोगों ने जैसे तैसे उन्हें संभाला। मां गीता देवी तो बार बार नियति को कोस रही है।
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योगेश के पीछे लापरवाही भी हो सकती है
सौंगड़ा गांव में हुए हादसे को ग्रामीण सड़क निर्माण की लापरवाही भी मान रहे हैं। बताया गया है कि बीते कुछ महीनों से जौरासी-ग्वालबीना-घन्याल मोटर मार्ग का निर्माण कार्य चल रहा है। जेसीबी के प्रयोग से स्थान स्थान पर पहाडि़यां कमजोर हो रही हैं। निवर्तमान प्रधान हिम्मत सिंह ने बताया कि घटना के दिन सुबह ठेकेदार द्वारा सड़क से पहाड़ की ओर से मलबा हटाने का कार्य किया गया। आशंका है कि इसके चलते शाम को भूस्खलन हो गया तथा बालक योगेश इसकी चपेट में आ गया।
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ठेकेदार पर कार्रवाई को लेकर भड़का आक्रोश
सड़क निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार व उसके कार्मिकों के खिलाफ परिजन व गांव के लोग सीएचसी परिसर में भड़क गए। उन्होंने राजस्व उपनिरीक्षक पर ठेकेदार के साथ मिली भगत का आरोप लगाते हुए उन्हें खरी खोटी सुनाई। बाद में एसडीएम अभय प्रताप सिंह को भी आक्रोश झेलना पड़ा। बाद में उन्होंने ग्रामीणों को शांत किया। कहा कि सभी पहलुओं पर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही सभी शांत हो गए।
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दैवीय आपदा के तहत मुआवजा देने की मांग
निवर्तमान प्रधान हिम्मत सिंह, दलीप सिंह व लक्ष्मण सिंह समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने मासूम योगेश की मौत को दैवीय आपदा माना है। कहा है कि भूपेंद्र सिंह का परिवार बेहद गरीब परिवार है। उन्होंने प्रभावित परिवार को आपदा के अंतर्गत मुआवजा दिए जाने की मांग की है।