होटलों के गंदे पानी से दूषित हो रही है पावन जटा गंगा
संवाद सहयोगी, दन्यां: विश्व प्रसिद्ध जागेश्वरधाम में बहने वाली पावन जटा गंगा को स्थानीय व्यवसायी निजी
संवाद सहयोगी, दन्यां: विश्व प्रसिद्ध जागेश्वरधाम में बहने वाली पावन जटा गंगा को स्थानीय व्यवसायी निजी स्वार्थ के चलते गंदा करने पर तुले हुए हैं। अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं ने प्रशासन से ऐसे घृणित कार्यो पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
विश्व प्रसिद्ध भोले बाबा के पावन धाम में बहने वाली जटा गंगा का विशेष महत्व माना गया है। यहीं पर सैकड़ों गांवों का श्मशान घाट भी है। शवदाह के उपरांत लोग जटा गंगा में स्नान अवश्य करते हैं। मंदिर समूह से कुछ ही दूरी पर अल्मोड़ा मार्ग के किनारे कई होटल बने हुए हैं। इन होटलों से निकलने वाले गंदे और दूषित पानी की समुचित निकासी न होने से होटल व्यवसायी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से गंदे पानी को जटा गंगा में प्रवाहित कर इसकी पावनता को इस कदर दूषित कर रहे हैं कि श्रद्धालु स्नान करना तो दूर इस ओर देखना भी नहीं चाह रहे हैं। विकासखंड धौलादेवी के अनेक क्षेत्र पंचायत सदस्यों, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जटा गंगा को प्रदूषित करने वाले व्यवसायियों के खिलाफ शीघ्र कठोर कार्रवाई करने की मांग प्रशासन से की है। श्रावणी मेले के उद्घाटन के दौरान प्रदेश के सीएम ने भी जिला प्रशासन से ऐसे लोगों को चिन्हित करने के निर्देश दिये हैं।
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स्थानीय व्यवसायियों द्वारा पाइप के जरिये जटा गंगा में दूषित पानी बहाये जाने की जानकारी मेरे संज्ञान में नहीं है। इस बात की तत्काल जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। - एके सिंह उप जिलाधिकारी भनोली