नियुक्ति आदेश के बाद भी पहाड़ नहीं चढ़ीं शिक्षिका
संवाद सहयोगी, मौलेखाल (अल्मोड़ा) : दूरस्थ इलाकों के स्कूलों में कार्य करने में शिक्षक कि
संवाद सहयोगी, मौलेखाल (अल्मोड़ा) : दूरस्थ इलाकों के स्कूलों में कार्य करने में शिक्षक कितना संकोच करते हैं इसकी बानगी सल्ट तहसील के राजकीय इंटर कॉलेज भीताकोट खाल में देखने को मिली है। जहां अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से नियुक्ति के आदेश होने के बाद भी शिक्षिका ने अपना कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। जिस कारण क्षेत्र के अभिभावकों में खासा आक्रोश व्याप्त है।
सल्ट तहसील के दूरस्थ क्षेत्र भीताकोट खाल में यहां के बच्चों को शिक्षा देने के उद्देश्य से यहां वर्षो पहले राजकीय इंटर कॉलेज की स्थापना की गई। इस विद्यालय में करीब तीन सौ से अधिक बच्चे शिक्षा प्राप्त करते हैं, लेकिन शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों का शिक्षण कार्य लगातार प्रभावित हो रहा है। अभिभावकों की लंबी मांग के बाद बड़ी मुश्किल से तीन जनवरी को यहां विज्ञान विषय के लिए एक शिक्षिका को नियुक्ति पत्र जारी किया गया, लेकिन एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी उक्त शिक्षिका ने यहां कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। सामाजिक कार्यकर्ता नारायण सिंह रावत ने कहा है कि दूरस्थ क्षेत्र होने के कारण शिक्षक यहां नियुक्ति नहीं ले रहे हैं। जबकि विभाग के आला अधिकारी भी ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। रावत ने कहा है कि नियुक्ति के बाद शिक्षक अपने रसूख के सहारे अपना स्थानांतरण करने की जुगत में लगे रहते हैं। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों का भविष्य लगातार गर्त की ओर जा रहा है।
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शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी होने के बाद सात दिनों के अंदर कार्यभार ग्रहण करना होता है। भीताकोट का मामला संज्ञान में नहीं है। अगर शिक्षिका ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया है तो मामले का संज्ञान लेकर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
-हर्ष बहादुर चंद, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक