Move to Jagran APP

विद्यार्थियों को गणितीय सूत्रों से कराया रूबरू

संवाद सहयोगी द्वाराहाट कोर टॉपिक्स ऑफ रियल एनालिसिस ऑफ अंडर ग्रेजुएट मैथेमेटिक्स (

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 11:29 PM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 11:29 PM (IST)
विद्यार्थियों को गणितीय सूत्रों से कराया रूबरू
विद्यार्थियों को गणितीय सूत्रों से कराया रूबरू

संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : 'कोर टॉपिक्स ऑफ रियल एनालिसिस ऑफ अंडर ग्रेजुएट मैथेमेटिक्स' (प्रयास-दो) विषयक तीन दिवसीय कार्यशाला में विद्यार्थियों को गणित से संबंधित कई शीर्षकों की जानकारी दी गई। इस दौरान विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों में उपजी जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।

loksabha election banner

मदन मोहन उपाध्याय राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सोमवार को कार्यशाला का समापन हुआ। इसमें एमबी पीजी कॉलेज व महिला प्रियदर्शनी पीजी कॉलेज हल्द्वानी, एसएसजे परिसर अल्मोड़ा, राजकीय महाविद्यालय हल्दूचौड़ सहित स्थानीय महाविद्यालय के करीब सौ विद्यार्थियों को गणित से संबंधित कई शीर्षकों व सूत्रों का ज्ञान दिया गया। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बंगलुरू के प्रो. इके नारायणन ने गणनीय तथा अगणनीय समुच्चयों के बारे में विस्तार से बताया। दिल्ली विवि के प्रोफेसर एवं सीईएमएस संयोजक प्रो. संजय पंत ने वास्तविक नंबर से बने गणितीय गुणों से सम्पन्न समुच्चयों से अवगत कराया।

कार्यशाला में विद्यार्थियों की गणित से संबंधित जिज्ञासा के समाधान के लिए विशेष सत्र आयोजित किए गए। एसएसजे परिसर के प्रो. नवीन मेहरा व प्रो. शिवागी जोशी ने विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान किया। साथ ही प्रश्नों को कम समय में हल करने के सूत्र भी दिए। यूसर्क वैज्ञानिक डॉ. राजेंद्र सिंह राणा ने कहा कि निदेशक प्रो. दुर्गेश पंत के नेतृत्व में दुर्गम क्षेत्र के विद्यार्थियों में गणितीय समझ विकसित कर पारंगत बनाने के मकसद से कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। आयोजक सदस्य डॉ. नरेंद्र सिंह सिजवाली ने तीन दिनी कार्यशाला की आख्या रखी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.