संस्थान का निर्माण कार्य रोकना स्थानीय जनता व शिल्पियों के साथ धोखा : रावत
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि संस्थान का निर्माण कार्य रोकना स्थानीय जनता व शिल्पियों के साथ धोखा है।
संस्थान का निर्माण कार्य रोकना स्थानीय जनता व शिल्पियों के साथ धोखा : रावत
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : गरुड़बाज में मुंशी हरिप्रसाद टम्टा पारंपरिक शिल्प उन्नयन संस्थान का निर्माण कार्य पूरा किए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कांग्रेस कार्यकाल में 100 करोड़ की लागत से बनने वाली महत्वकांशी योजना को लटकाने का आरोप लगाते हुए इसे क्षेत्रवासियों व शिल्पियों के साथ धोखा बताया। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर जल्द इसमें सकारात्मक कार्यवाही नहीं होती तो फिर अनशन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
बुधवार को गरुड़ाबाज में पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने संस्थान की जीर्ण-क्षीर्ण होते हालत का जिम्मेदार भाजपा सरकार को बताया। उन्होंने बताया कि छह वर्ष पहले कांग्रेस सरकार ने शिल्प उन्नयन संस्थान की नींव रखी। उस समय इसके निर्माण के लिए पांच करोड़ 10 लाख रुपये की टोकन मनी भी दी गई। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल तक कार्य चला। उसके बाद जैसे ही भाजपा सरकार आई, इस कार्य पर ताले लटक गए। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार में विकास की जो योजनाएं चलाई थीं, आज भाजपा सरकार में उन योजनाओं को रोकने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में स्वीकृत गरुड़ाबाज में मुन्शी हरिप्रसाद टम्टा पारम्परिक शिल्प उन्नयन संस्थान का निर्माण कार्य रोकने का कार्य भाजपा सरकार कर रही है, जो स्थानीय जनता व शिल्पियों के साथ सरासर धोखा है। इससे बनने से यहां रोजगार के नए आयाम खुलते। लेकिन सरकार यह नहीं चाहती है। अगर एक साल के अंदर कोई कार्रवाई नहीं होती तो फिर अनशन को बाध्य होना पड़ेगा।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि गहरी नींद में सोई भाजपा सरकार नींद से जागे तथा इस संस्थान का निर्माण कार्य प्रारम्भ कराए। संस्थान के बनने से क्षेत्र में विकास के नए रास्ते खुलेंगे। इस अवसर पर विधायक मनोज तिवारी, प्रदीप टम्टा, जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे, बिशन सिंह, ललित फस्र्वाण, अंकुर कांडपाल, महिपाल, पूरन सिंह रौतेला, दिवान सतवाल, गोपाल सिंह चौहान, दिवान सिंह भैसोड़ा, प्रशांत भैसोड़ा, राजेंद्र सिंह बिष्ट सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।