शावकों के साथ मादा गुलदार दिखने से हड़कंप
विकासखंड मुख्यालय के समीपवर्ती गाव भौरा (मल्ली मिरई) में मादा गुलदार ने शावकों को जन्म दिया है।
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट: विकासखंड मुख्यालय के समीपवर्ती गाव भौरा (मल्ली मिरई) में मादा गुलदार ने पाच शावकों को जन्म दिया है।
ग्राम पंचायत मल्ली मिरई का तोक भौरा विकासखंड मुख्यालय के बेहद करीब है। नौले से पानी लेने गए ग्रामीणों ने बुधवार को समीप की झाड़ियों के बीच स्थित चट्टान में गुलदार को जाते देखा। ऊपर से देखने पर वहा पाच शावक भी नजर आए। विभाग उनकी उम्र 12 से 15 दिन की मान रहा है। भौरा के मुख्य मार्ग तथा नौले के बेहद करीब गुलदार का अपने शावकों के साथ आवास होने के कारण ग्रामीणों में दहशत है। सामाजिक कार्यकर्ता नारायण रावत ने बताया कि बस्ती के मध्य में शावकों को जन्म देने वाली मादा गुलदार लगातार भोजन की तलाश में ग्रामीण बच्चों, महिलाओं व पालतू जानवरों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। भय के कारण लोगों ने उक्त रास्ते और नौले से पानी भरना छोड़ दिया है। साथ ही तत्काल पिंजड़ा लगाने की भी माग की है। इधर, ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम भौरा पहुंची। टीम ने ग्राम प्रधान रेखा गोस्वामी व सरपंच गंगा देवी, मोहन सिंह रावत, गोविंद सिंह, किसन सिंह, बहादुर राणा आदि ग्रामीणों के साथ स्थल का निरीक्षण कर गुलदार की माद में शावक भी देखे। उन्होंने ग्रामीणों को सावधानी बरतने की सलाह दी और लगातार निगरानी करने का आश्वासन दिया।
=
'भौरा में शावकों के साथ गुलदार की मौजूदगी की सूचना पर टीम भेजी गई। ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। मानव हलचल के कारण गुलदार अपने शावकों को कहीं अन्यत्र शिफ्ट कर लेगा। दूर से हल्के पटाखे फोड़ने को भी कहा गया है। नवजात शावक होने के कारण अभी पिंजड़ा लगाना मुमकिन नहीं है।
- पीसी तिवारी, उप वनक्षेत्राधिकारी द्वाराहाट'।