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खर्च 4.21 करोड़ औरआमदनी 20.31 लाख

दीप सिंह बोरा अल्मोड़ा एशिया के सबसे बड़े बागानों में शुमार विश्वविख्यात चौबटिया एप्पल गार्डन की

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Aug 2019 12:52 AM (IST)Updated: Thu, 29 Aug 2019 06:40 AM (IST)
खर्च 4.21 करोड़ औरआमदनी 20.31 लाख
खर्च 4.21 करोड़ औरआमदनी 20.31 लाख

दीप सिंह बोरा, अल्मोड़ा

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एशिया के सबसे बड़े बागानों में शुमार विश्वविख्यात चौबटिया एप्पल गार्डन की सेहत नासाज है। ज्यादा दूर न जाकर बीते दो वर्षो के ही आकड़ों पर गौर करें तो वह बेहद चौंकाने वाले हैं। बागान की देखभाल के नाम पर तो करोड़ों खर्च किए जा रहे। मगर आमदनी लाखों में ही दिखाई जा रही। वहीं उद्यान विशेषज्ञों का तर्क है कि नए पेड़ फल नहीं दे रहे, अमेरिकन प्रजाति से उत्पादन बेहतर नहीं मिल पा रहा। बहरहाल, भारी घाटे व आमदनी से कई गुना खर्च से उद्यान निदेशालय के खोखले होते एप्पल गार्डन के अस्तित्व पर सवाल खड़े होने लगे हैं।

बेशक, पर्यटन नगरी के चौबटिया सेब बागान की धाक विदेशों तक है। जो हरेक सैलानी एशिया के नंबर वन गोल्फ कोर्स से पहले चौबटिया गार्डन देखने की दिली इच्छा लेकर यहा पहुंचता है। मगर बागान के हालात साल दर साल बद से बद्तर होते जा रहे हैं। महज दो वषरें के आकड़े हैरान कर देने वाले हैं। करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद बागान से सरकार को लाभ मिलना तो दूर धेला भर रकम भी खजाने में वापस नहीं मिल रही। यह हाल तब है जब संबधित विभाग के पास अच्छा खासा बजट रहता है।

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निदेशालय की नाक तले गोलमाल

उद्यान निदेशालय की आखों के सामने और नाक के नीचे चौबटिया गार्डन की खस्ताहालत समझ से परे है। बजट आवंटन भी यहीं से होता आ रहा। रोड़ा लगने का रोना भी नहीं। मगर बड़ा सवाल यह है कि विश्वविख्यात सेब बागान के भीतर ही भीतर बंजर होने के पीछे जिम्मेदार कौन है।

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आकड़ों में जमीनी हकीकत

वर्ष 2018 व 2019 वर्तमान तक बागान कर्मियों के वेतनमद में करीब चार करोड़ व एप्पल गार्डन के रखरखाव तथा अन्य कायरें में करीब 21 लाख रुपये का खर्च आया। बागान में करीब 82 कर्मचारी कार्यरत हैं। वहीं बागान में विभिन्न मदों से करीब 15. 99 लाख रुपये तथा वर्तमान में अगस्त तक लगभग चार लाख रुपये की आय हुई है। यानी दो वषरें में करीब 4.21 करोड़ रुपये खर्च और आमदनी हो सकी लगभग 20 .31 लाख रुपये।

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वर्ष 2018 पर नजर

= फलों से आय : 61526 रुपये

= बीज से आय : 22960

= फल पौधों से आय : 1056936

= अन्य आय : 385985

= पुष्पों से आय : 72131

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वर्ष 2019 में अगस्त तक की तस्वीर

= फलों से आय : 69763

= फल पौधों से : 22145

= अन्य आय : 260600

=पुष्प से आय : 51 146

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नए पौधों में फल नहीं आए हैं। अमेरिकन प्रजाति से भी बहुत अच्छा उत्पादन नहीं है। बेहतर उत्पादन के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही लाभ मिलने लगेगा।

-डीडी जोशी, जयेष्ट उद्यान निरीक्षक


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