मांगों को लेकर गल्ला विक्रेताओं की नारेबाजी, आंदोलन की चेतावनी
विभिन्न मांगों व समस्याओं को लेकर सस्ता गल्ला विक्रेता मुखर हो गए हैं।
संवाद सहयोगी, चौखुटिया: विभिन्न मांगों व समस्याओं को लेकर सस्ता गल्ला विक्रेता मुखर हो चले हैं। रविवार को विकास खंड भर के विक्रेताओं ने निरीक्षण भवन परिसर में हंगामेदार बैठक कर सरकार पर उनकी उपेक्षा करने का आरोप लगाया। कहा कि उन्हें तीस हजार रुपये मासिक मानदेय के रूप में भुगतान किए जाएं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत बांटे जाने वाले फ्री राशन पर लाभांश व व्यय दिए जाने की भी पुरजोर वकालत की। बाद में उन्होंने मांगों को लेकर नारेबाजी कर अपनी आवाज बुलंद की।
सस्ता गल्ला विक्रेता संघ ब्लॉक इकाई के बैनर तले लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में हुई बैठक में बार बार गुहार के बाद भी मांगों व समस्याओं का निराकरण न होने पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया गया। सभी ने एक स्वर से केंद्रीय खाद्यान्न सुरक्षा योजना व राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत राशन विक्रेताओं के लिए पूरे देश में एक समान लाभांश नीति लागू किए जाने की मांग उठाई। ऐसा न होने पर राशन, चीनी व दालों का भविष्य में वितरण न करने का भी एलान किया।
बाल-पोषाहार समेत अन्य लंबित देयकों को अविलंब भुगतान करने व गोदाम से राशन तोल कर दिए जाने का प्रस्ताव भी सर्व सम्मति से पारित किया गया। वक्ताओं का कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा वन-नेशन व वन-कार्ड का शुभारंभ तो किया गया है, लेकिन इसमें गल्ला विक्रेताओं के हितों की अनदेखी की गई है, जो
की घोर उपेक्षा है। मांगों को लेकर बड़े आंदेालन की धमकी दी गई । इसके लिए सभी से संगठित होने का आह्वान किया गया।
अध्यक्षता ब्लॉक अध्यक्ष दान सिंह कुमयां व संचालन नंदकिशोर मासीवाल ने किया। बैठक में पूरन संगेला, पूर्व प्रमुख बिशन राम, गणेश जोशी, महेश जोशी, हर सिंह, हेमचंद्र उपाध्याय, ठाकुर दत्त जोशी, दयाल सिंह, नारायण राम, केशव दत्त तिवारी, कमल किशोर, प्रयाग दत्त, राम सिंह, प्रताप सिंह, रमेश कैड़ा, हरीश सिंह गोबिंद सिंह, केशर सिंह संगेला, नरेंद्र सिंह व बीरेंद्र आर्य आदि ने भागीदारी की।